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तीन नये मेिडकल कॉलेजों में पदों की मंजूरी, बहाल होंगे 1545 मेडिकल शिक्षक
सेहत की िफक्र. तीन नये मेिडकल कॉलेजों में पदों की मंजूरी, दो में इंतजार बीपीएससी तैयार करेगा पैनल, िफर इसके आधार पर की जायेगी बहाली पटना : राज्य के पांच नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में विभिन्न पदों पर 1545 शिक्षकों की आवश्यकता है. तीन नये मेडिकल कॉलेजों के लिए कुल 918 पदों की स्वीकृति राज्य […]
सेहत की िफक्र. तीन नये मेिडकल कॉलेजों में पदों की मंजूरी, दो में इंतजार
बीपीएससी तैयार करेगा पैनल, िफर इसके आधार पर की जायेगी बहाली
पटना : राज्य के पांच नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में विभिन्न पदों पर 1545 शिक्षकों की आवश्यकता है. तीन नये मेडिकल कॉलेजों के लिए कुल 918 पदों की स्वीकृति राज्य सरकार ने दे दी है. शेष पदों का सृजन किया जाना है. जिन पदों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है, उनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर व ट्यूटर-डिमॉन्सट्रेटर के पद हैं. राज्य सरकार ने सभी मेडिकलकॉलेजों के 1100 पदों के लिए अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) को भेज दी है. आयोग के सचिव प्रभात कुमार ने बताया कि पैनल तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
यह प्राथमिकता में है. इस पैनल से वर्तमान के नौ मेिडकल कॉलेज और नये मेिडकल कॉलेजों में भी िशक्षकों की िनयुिक्त की जायेगी.राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में नियुक्ति के लिए सीनियर रेजिडेंट-ट्यूटर तथा बिहार चिकित्सा सेवा भरती, नियुक्ति एवं प्रोन्नति नियमावली, 2008 अधिसूचित की है. इस नियमावली के अनुसार मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में दो तरह के पदों पर चिकित्सक शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. पहला पद टेन्योर (समय सीमा) का है, जिसके तहत सीनियर रेजिडेंट व ट्यूटर पदों पर नियुक्त की जायेगी.
यह पद सीमित समय के लिए है, जिसके बाद नियुक्त चिकित्सकों की सेवा स्वत: समाप्त हो जाती है. मेडिकल काॅलेजों में शिक्षक पद पर स्थायी प्रवेश असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर होगा. राज्य सरकार इस नियमावली के अनुरूप बीपीएससी द्वारा तैयार किये गये पैनल के आधार नियुक्ति की कार्रवाई करेगी. दोनों स्तर पर पैनल तैयार कर शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है. नियमावली के अनुसार असिस्टेंट पद पर छह वर्षों की नियमित सेवा करनेवाले शिक्षक एसोसिएट प्रोफेसर और छह वर्षों की नियमित सेवा करनेवाले एसोसिएट प्रोफेसर की प्रोन्नति प्रोफेसर पद पर होगी. प्रोन्नति वरीयता सह मेधा के आधार पर होगी.
राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 1100 पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना भेजी है. इन पदों के लिए पैनल तैयार किया जा रहा है. इस संबंध में कुछ आपत्तियां हैं, जिसका निराकरण किया जा रहा है. बीपीएससी ने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में चिकित्सकों की शीघ्र नियुक्ति के लिए पैनल तैयार करने को प्राथमिकता में रखा है.
प्रभात कुमार, सचिव, बीपीएससी
श्रम विभाग में डेढ़ हजार पद जल्द भरेंगे
पटना : श्रम संसाधन विभाग में लगभग डेढ़ हजार खाली पदों को भरने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. इसके लिए बीपीएससी और राज्य कर्मचारी चयन आयोग को रोस्टर के साथ प्रस्ताव भेजा जायेगा. सरकार के सात निश्चयों में कौशल विकास कार्यक्रम पर फोकस है. इसलिए विभाग की प्राथमिकता आइटीआइ में इंस्ट्रक्टर के खाली पदों को भरने की है, ताकि कौशल विकास के काम में तेजी लाया जा सके. राज्य में 71 सरकारी आइटीआइ हैं. इनमें मुख्य इंस्ट्रक्टर के 188 और इंस्ट्रक्टर के 1376 पद स्वीकृत हैं (कुल 1564). इनमें मुख्य इंस्ट्रक्टर के 104 और इंस्ट्रक्टर के 996 यानी 1100 पद खाली हैं. इससे आइटीआइ में प्रशिक्षण देने में परेशानी हो रही है.
इसके अलावा 71 आइटीआइ में से 28 में प्राचार्य के पद रिक्त हैं. श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के 545 पदों में से 270 पद खाली हैं. इसी प्रकार श्रम अधीक्षक के 68 स्वीकृत पदाें में से 18 खाली पड़े हैं.
श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश ने बताया कि विभाग में पदों के रिक्त रहने से परेशानी हो रही है. रिक्त पदों को भरने के लिए बीपीएससी और कर्मचारी चयन आयोग को प्रस्ताव जल्द भेजा जायेगा.
इस पदों पर होगी नियुक्ति
पद संख्या
मुख्य इंस्ट्रक्टर 104
इंस्ट्रक्टर 996
प्राचार्य 28
श्रम प्रवर्तन पदा 270
श्रम अधीक्षक 18
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