पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाल लिया है. शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नीतीश कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने के शरद यादव के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया. पहली बार पार्टी की राष्ट्रीय कमान संभालने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि वह शरद यादव के मार्गदर्शन में इस जिम्मेवारी को निभायेंगे.
शराबबंदी को जदयू बनायेगा अपना हथियार
ताजपाेशी के बाद नेशनल काउंसिल को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू शराबबंदी को अपना हथियार बनायेगा. नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में शराबबंदी के पक्ष में मुहिम की वह अगुवाई करेंगे. झारखंड से इसकी शुरूआत होगी. यूपी, ओडिसा, मध्य प्रदेश राज्य भी वह जायेंगे. शराबबंदी के पक्ष में झारखंड से उनकी राष्ट्रव्यापी मुहिम शुरू होगी. मई महीने के पहले सप्ताह में वह झारखंड में महिलाओं की ओर से शराबबंदी के पक्ष में आयोजित सम्मेलन को संबोधित करने जायेंगे. इसके बाद 15 मई को लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के नाम से चल रही संस्था द्वारा आयोजित समारोह में वह शिरकत करेंगे.
नीतीशनेबोला भाजपा पर तीखा हमला
अध्यक्ष के तौर पर अपने पहले संबोधन में नीतीश कुमार ने भाजपा पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि वह बिहार में महागंठबंधन की तर्ज पर देशभर में गैर संघवाद पार्टियों को एकजुट करने की कोशिश करेंगे. संघवाद के विरोध में एकजूटता हो गयी ताे 2019 में भाजपा की दाल नहीं गलेगी और उनकी विदायी निश्चित है. उनकी इस कोशिश में किसी सर्वोच्च पद का स्वार्थ नहीं है.
मीडिया में नाम आने से कोई पीएम नहीं बन जायेगा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनना होगा तो मीडिया में नाम आने से कोई नहीं बन जायेगा और जिसने कहा कि वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं वह सात जन्म में भी नहीं बनेगा.
संगठन की मजबूती व विस्तार के लिए वक्त देंगे
नीतीश कुमार ने कहा कि वह संगठन की मजबूती और विस्तार के लिए वक्त देंगे. उन्होंने कहा कि शरदयादव ने मुझे जिम्मेवारी दी है. शरद यादव की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा से देश की राजनीति में अलग भूमिका निभाते रहे हैं. 2013 में शरद यादव के तीसरी बार जदयू अध्यक्ष बनने के समय का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उसी समय हमने जो आशंका जतायी थी वह आज सच साबित हो रही है.
सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकते
उन्होंने कहा कि 2013 में ही हमने कहा दिया था कि भाजपा नये तेवर में प्रकट हो रही है, वह हमें मंजूर नहीं है. उस समय हमलोग भाजपा के साथ थे. लेकिन, चीजों को देखते हुए कहा था कि नये तेवर में आ रही भाजपा के साथ चलना कठिन है. उन्होंने कहा कि जिस समय जदयू ने एनडीए से अलग होने का फैसला लिया, शुभचिंतकों ने भी कई तरह की आशंकाएं जतायी थी. कोई चुनौती दे रहा था तो किसी को परेशानी हो रही थी. लेकिन, हमने कहा था कि हम भले ही लोकसभा के चुनाव में सफल नहीं हो, हमें सफलता की चिंता नहीं है लेकिन, अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकते.
भाजपा शासित राज्यों में चुनाव बाद भी नहीं उतरा नशा
नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में चुनाव बाद भी नशा नहीं उतरा है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए हमने पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर अनुरोध किया था. झारखंड के मुख्यमंत्री ने जवाब भेजा कि हमने आपके पत्र को उचित कार्रवाई के लिए उत्पाद विभाग के पास भेज दिया है.
शराबबंदी से महिलाएं, बच्चे खुश
नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी से महिलाएं, बच्चे और पुरुष खुश हैं. शाम के समय जहां गांव और कस्बों में कोलाहल, हल्ला, हंगामा और झंझट होता था, घर में कोई पिटा रहा होता तो कोई पिट रही होती, वहां आज शांति और प्रेम का माहौल है.
विरोध के बावजूदनहींखोया अपना आपा : नीतीश
नीतीश कुमार ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान बिहार में बाहर से पैसे लाकर झोंके गये. फिर भी एनडीए को पराजय का सामना करना पड़ा. नीतीश कुमार ने कहा कि जमीन से वास्ता नहीं रखने वाले नेता बिहार में अाकर विश्लेषण कर रहे थे. टीवी पर विद्वान डिबेट पर बैठे थे. बावजूद इसके हमने अपना आपा नहीं खोयाऔरनतीजा महागंठबंधन के पक्ष में आया.
हमने भाषा की मर्यादा नहीं तोड़ी
नीतीश कुमार ने कहा कि विरोधियों ने हमें सत्ता से दूर करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी, लेकिन बिहार की जनता ने महागंठबंधन के पक्ष में वोट किया और हमेंविजयीबनाया. चुनाव प्रचार के दौरान तरह-तरह के आरोप लगाये. जंगलराज कहकर प्रचार किया गया.बतायागया जदयू-राजद गठबंधन से लोग परेशान हैं. मेरे डीएनए पर सवाल उठाया गया. हमारे खिलाफ गलत भाषा का प्रयोग किया गया लेकिन हमने भाषा की मर्यादा नहीं तोड़ी.
लोगों की सेवा में डूबी है हमारी सरकार
नीतीश कुमार ने कहा कि आज हमारी सरकार लाेगों की सेवा में डूबी है. उधर, विरोधी दल के नेता लालू प्रसाद यादव के बारे में मनगढंत बातें बोल रहे हैं. उन्होंने भाजपा पर महागंठबंधन में फूट डालने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि लालू प्रसाद मेरे बारे में कुछ बोले तो कुछ नहीं बाेले तो भी अलग मायने निकालेजाते है.
हमारी लोकप्रियता विपक्ष के लोगों से देखी नहीं जा रही : शरद यादव
इससे पहले शरद यादव ने अपने संबोधन में कहा कि सबसे ज्यादा हमारी पार्टीपर लोग सवाल खड़ा कर रहेहैं.विपक्षकेलोगों को हमारी लोकप्रियता देखी नहीं जा रही है. केंद्र की मोदी सरकार पर सवालउठातेहुए शरद यादवने कहा कि जाति व्यवस्थापर जो बयानबाजीकी जा रही है, केंद्र सरकार को उसके खिलाफ बिल लाना चाहिए.
अापको बात दें कि इसबैठकमें पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष शरद यादव समेत करीब 600 नेताओं को आमंत्रित किया गया है. इसबैठक में राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश किया जायेगा. साथ ही वर्तमान में देश के हालत पर भी लोग अपने विचार रखेंगे. इस पर कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों का समर्थन भी होगा.