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शहीद दारोगा के घर में पसरा सन्नाटा
बेगूसराय/पटना : शहर के पुलिस लाइन के समीप दिन के दो बजे के आस-पास लोगों की भीड़ एवं आस-पास में गमगीन वातावरण लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर अचानक यहां क्या हो गया है. धीरे-धीरे लोगों को पता चला कि दारोगा सुरेश ठाकुर अब हमलोगों के बीच नहीं रहे.देखते ही […]
बेगूसराय/पटना : शहर के पुलिस लाइन के समीप दिन के दो बजे के आस-पास लोगों की भीड़ एवं आस-पास में गमगीन वातावरण लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर अचानक यहां क्या हो गया है.
धीरे-धीरे लोगों को पता चला कि दारोगा सुरेश ठाकुर अब हमलोगों के बीच नहीं रहे.देखते ही देखते लोगों की भारी भीड़ वहां पर जमा हो गयी.
शहीद दारोगा को एक पुत्र व छह पुत्रियां हैं :शहीद दारोगा सुरेश ठाकुर को एक मात्र पुत्र नीरज है. जो जीडी कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई कर रहा है. छह पुत्रियों में प्रतिमा व प्रतिभा की शादी हो चुकी है.
शेष चार पुत्री प्रीति, मन्यु, बुलबुल और नेहा की अभी शादी करनी शेष है. बताया जाता है कि दारोगा अपने बच्चों से प्रतिदिन फोन पर बात कर पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी लेते रहते थे.
घटना के दिन भी उन्होंने परिवार के लोगों से बात की थी. लेकिन उन्हें यह क्या पता कि उनकी यह आखिर बात हो रही है. घटना की जानकारी मिलते ही शहीद दारोगा की पत्नी व परिवार के अन्य सदस्य मरांची पटना के लिए रवाना हो गये .
परिजनों के क्रंदन से गमगीन हुआ माहौल : जैसे ही दारोगा के मौत की खबर घर पहुंची परिवार के सदस्य चीत्कार मारने लगे. दारोगा की पुत्री के चीत्कार से पूरा वातावरण गमगीन हो गया.
आस-पास के लोग दारोगा के घर पहुंच कर सांत्वना दे रहे थे. परिजनों के क्रंदन से आसपास के लोगों की भी आंखें नम हो गयी. शहीद दारोगा के पुत्र नीरज के मोबाइल पर लगातार फोन की घंटी बज रही थी. वह स्तब्ध पड़ा हुआ था. बगल के लोग फोन रिसिव कर रहे थे.
पिछले 10 मार्च को ही शहीद दारोगा ने अपनी दूसरी पुत्री प्रतिभा की शादी मोकामा क्षेत्र के सुजीत से बड़े ही धूमधाम से संपन्न कराया था. आंगन में शादी का सजा हुआ मंडप अभी मुरझाया भी नहीं था कि दारोगा को अपराधियों ने उनके परिवार से सदा के लिए अलग कर दिया.
बताया जाता है कि अति निर्धन परिवार के दारोगा नौकरी के बाद अपनी कमाई से घर-परिवार का परवरिश कर रहे थे. बच्चों की पढ़ाई पर उनका विशेष ध्यान रहता था. उनके नहीं रहने के बाद अब लोगों को यह चिंता सता रही है कि परिवार के सदस्यों का अब कौन परवरिश कर पायेगा.
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