पटना: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के समन्वयक नरेंद्र कुमार ने बताया है कि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया अपनाने के कारण अब तक मात्र 42 हजार की ही नियुक्ति हुई है. उन्होंने कहा है कि टीइटी उत्तीर्ण बेरोजगार की नियुक्ति में देरी के कारण अब तक मात्र 1600 अनुसूचित जाति वर्ग के बेरोजगारों की ही नियुक्ति हुई है. नियुक्ति के बाद इन्हें सेवाकालीन प्रशिक्षण के बजाय बिना वेतन के प्रशिक्षण दिया जा रहा है. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को उन्होंने इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने के लिए 10 जनवरी को आयोग कार्यालय में उपस्थित होने का अनुरोध किया है.
इस मामले में आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा पीएल पुनिया को भेजे पत्र में कहा गया है कि त्रुटि पूर्ण नियुक्ति प्रक्रिया के कारण अधिक पद रहने के बावजूद बेरोजगारों की नियुक्ति नहीं हो प रही है. कहा गया है कि शिक्षा पात्रता परीक्षा में लगभग 139000 अभ्यर्थी पास हुए थे. लगभग 1.68 लाख से अधिक रिक्तियां बतायी गयी थी. नौ हजार नियोजन ईकाइयों में अनिश्चितता के कारण एक -एक प्रत्याशी एक सौ से अधिक नियोजन इकाई में आवेदन किया है.
आवेदन करने में आवेदकों के करोड़ों रुपये खर्च होने और अब तक मात्र 23 हजार के नियुक्ति होने को गंभीर बताते हुए कहा कि इसमें सर्वाधिक क्षति अनुसूचित जाति और जनजाति आवेदकों को हुआ है.