पटना सिटी: गंगा तट पर ईंट भट्ठा का संचालन कर रहे संचालकों के पास अगर अनुमति व दस्तावेज नहीं है, तो उन पर प्राथमिकी दर्ज होगी. बुधवार को एसडीओ त्याग राजन एसएम ने मालसलामी थाना क्षेत्र के पीरदमरिया और इसके आसपास के गंगा तटों पर संचालित ईंट भट्ठों की जांच की. जांच के दरम्यान महज एक ईंट भट्ठा संचालक ने दस्तावेज उपलब्ध कराया.
जांच के दरम्यान एसडीओ ने पाया कि जून , 2013 के बाद संचालक ने लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया है. हालांकि , जांच के दौरान एक दर्जन ऐसे ईंट भट्ठा संचालक मिले, जिन्होंने किसी तरह का दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया. ऐसे संचालकों को एसडीओ ने नोटिस निर्गत किया, जिसमें कहा गया है कि सात दिनों के अंदर ईंट भट्ठा के संचालकों ने पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया तो, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी. एसडीओ के साथ दंडाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, मालसलामी के थानाध्यक्ष भगवान प्रसाद गुप्ता व पुलिसकर्मी थे.
कई संचालक टीम को देख कर फरार
एसडीओ ने बताया कि नोटिस के बाद अगर ईंट भट्ठा संचालकों ने पर्याप्त दस्तावेज व संतोषप्रद जवाब नहीं दिये, तो उन पर अवैध उत्खन्न, प्रदूषण व गंगा को नुकसान पहुंचाने पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. इधर, अनुमंडल प्रशासन के अभियान के बाद ईंट भट्ठों पर भगदड़ की स्थिति थी. कुछ संचालक प्रशासन की टीम को देख कर ही भागने लगे.
मचा हड़कंप
एसडीओ ने स्पष्ट कर दिया है कि बगैर अनुमति के गंगा तट पर मिट्टी की अवैध कटाई व ईंट निर्माण का काम नहीं होगा. ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा. बताते चलें कि खाजेकलां से ले कर दीदारगंज के बीच करीब दो दर्जन से भी अधिक ईंट भट्ठे गंगा तट पर संचालित होते हैं. एसडीओ की इस कार्रवाई से अवैध ईंट भट्ठा संचालकों में हड़कंप मच गया है.