पटना : समय-समय पर सरकारी निर्देशों पर ग्राम पंचायतों का आयोजन करनेवाले मुखिया अब पहली बार अपनी मांगों को लेकर पांच जनवरी को विशेष ग्रामसभा का आयोजन करेंगे. सभा में पंचायतों के अधिकार को लेकर नौ सूत्री प्रस्ताव पेश किया जायेगा.
इसके बाद प्रस्ताव को बिहार व भारत सरकार के पास भेज कर उसके अनुपालन की मांग की जायेगी. मुखिया महासंघ के आह्वान पर विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया जायेगा. इसके साथ ही महासंघ ने आठ जनवरी को गांवों को बंद रखने का एलान किया है.
प्रदेश मुखिया महासंघ के संरक्षक डॉ विजय कुमार ने रविवार को पंचायत परिषद भवन में आयोजित पटना प्रमंडल की बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि सरकारी निर्देशों से अलग मुखिया अपनी ग्रामसभा बुलायेंगे. इसके माध्यम से गांव की सत्ता-गांव के हाथ में सौंपने का पहला प्रस्ताव लाया जायेगा.
विधानमंडल से पारित करा कर पंचायती राज अधिनियम 2006 में वर्णित 29 कार्यो को ग्राम पंचायतों को सौंपने की मांग की जायेगी. 30 जनवरी को महात्मा गांधी के शहादत दिवस से पटना में अनिश्चितकालीन उपवास शुरू होगा. महासंघ ने गंगा बचाओ अभियान के तहत गंगा तीर्थयात्रा का समर्थन देगा.
साथ ही महासंघ ने मांगों को पूरा नहीं करने के विरोध में आठ जनवरी को गांव बंद रखने का निर्णय लिया गया. मौके पर आनंद सिन्हा, राघवेंद्र नारायण, राज कमल पटेल, अशोक कुमार पांडेय, सिकंदर सिंह, उपेंद्र सिंह, सतीश भट्ट, नसीमउद्दीन मल्लिक, कृष्ण कुमार अकेला, अमेरिकन पासवान, अजीत कुमार व डॉ कामेश्वर गुप्ता थे. ने बैठक को संबोधित किया.