पटना: राज्यपाल डॉ डीवाइ पाटील ने हृदय रोग जांच से संबंधित एक व्यापक स्वास्थ्य अभियान ‘हार्ट बिहार’ का शुभारंभ किया. मौके उन्होंने कहा कि हृदय रोग से बचने के लिए दिनचर्या में नियमितता, खान-पान में परहेज एवं लक्षणों की आरंभिक पहचान बहुत मायने रखती है.
राजभवन सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आनुवांशिक रूप से भी इस बीमारी की शिकायत मिलती है, लेकिन आधुनिक चिकित्सा पद्धति से रोग का इलाज काफी सफलतापूर्वक हो रहा है. पिछले दशक में युवाओं में भी इस रोग की वृद्धि दर 5 से 10 प्रतिशत पायी गयी है. अब तो देहाती क्षेत्रों में भी इस रोग ने अपने पांव पसारना शुरू कर दिया है. उन्होंने डॉ राजन नारायण एवं उनकी संस्था को बिहार में ‘हार्ट बिहार’ कार्यक्रम चलाने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें भरोसा है कि डॉ नारायण अपने कैंपों के आयोजन से हृदय रोग के प्रति जनजागरूकता बढ़ायेंगे.
मौके पर डॉ नारायण ने कहा कि 40 वर्ष से कम उम्र के युवाओं में भी हृदय रोग का बढ़ना चिंताजनक है. रक्तचाप, मधुमेह व जीवनशैली की अस्त-व्यस्तता, धूम्रपान व शराब के सेवन के कारण ह्रदय रोग तेजी से बढ़ रहा है. पीएमसीएच व बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित राज्य के अन्य जिलों में भी हृदय रोग से संबंधित जागरूकता सह चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जायेगा. लंदन के सेंट जॉर्ज अस्पताल के कार्डियोवेस्कुलर डिपार्टमेंट के तत्वावधान में ‘ द हार्ट फाउंडेशन ’ संस्था ने कार्यक्रम का आयोजन किया.