पटना: कुलपति और प्रतिकुलपति नियुक्ति की दौड़ में कई शिक्षक ऐसे हैं, जिन पर गंभीर आरोप हैं. किसी के खिलाफ निगरानी की जांच चल रही है, तो किसी पर घोटाले का आरोप है. ऐसे ही दो शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने इन पदों के लिए ब्लैकलिस्टेड कर दिया है.
शिक्षा विभाग ने इस संबंध में राजभवन को पत्र लिखा है. इनमें मगध विवि के पूर्व कुलपति अरुण कुमार व पटना विवि से निलंबित रणविजय कुमार शामिल हैं. विभाग का कहना है कि अरुण कुमार पर उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में गड़बड़ी, वित्तीय अनियमितता, ठेकेदारों को अवैध भुगतान, आय से अधिक राशि के निवेश करने का आरोप है.
निगरानी इसकी जांच कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार, इनका नाम नालंदा खुला विवि के कुलपति के लिए शॉर्टलिस्टेड किया गया और इनका इंटरव्यू भी हो गया है. सरकार के विशेष सचिव एसआर श्रीनिवास ने राज्यपाल के सचिव को पत्र लिख कर इन दोनों शिक्षकों के बारे जानकारी दी है. पत्र में कहा गया है कि अगर आरोपों के बाद भी इनकी नियुक्ति कुलपति और प्रतिकुलपति के रूप में होती है, तो यह सही नहीं है.