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इसलाम का मूल मंत्र शांति-सौहार्द

शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार की तारीफ पटना : अनेक तवारीख का गवाह रहे ऐतिहासिक गांधी मैदान से जुमे के दिन इंसानियत व मानवता के लिए अमन व मिल्लत का पैगाम दिया गया. तौहिद एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा आयोजित अमन काॅन्फ्रेंस में देश भर से पहुंचे इसलामिक विद्वानों ने न केवल अमन व मिल्लत का संदेश […]

शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार की तारीफ
पटना : अनेक तवारीख का गवाह रहे ऐतिहासिक गांधी मैदान से जुमे के दिन इंसानियत व मानवता के लिए अमन व मिल्लत का पैगाम दिया गया. तौहिद एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा आयोजित अमन काॅन्फ्रेंस में देश भर से पहुंचे इसलामिक विद्वानों ने न केवल अमन व मिल्लत का संदेश दिया, बल्कि यह भी कहा कि इसलाम का मूलमंत्र ही शांति और आपसी सौहार्द है. दहशतगर्दी का यहां कोई स्थान नहीं है.
अनेक विद्वानों ने शराब बंदी के लिए नीतीश सरकार की तारीफ की और बधाई दी. कार्यक्रम में इमारते शारिया के अमीर ए शरिअत वली रहमानी भी तशरीफ रख रहे थे. सम्मेलन में काबा के इमाम नहींआये थे.
दिल्ली मुसलिम पर्सनल बोर्ड के सदस्य मुफ्ती एजाज अरशद ने कहा कि इसलाम अमन का अलंबरदार है. फास्सिट ताकतों के बाद भी हमने अमन नहीं छोड़ा है और न छोड़ेंगे. आज इसलाम के खिलाफ साजिश हो रही है. इसके बाद भी यह तेजी से आगे बढ़ेगा. उन्होंने दहशतगर्दी के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की. इस्लाम अमन का दूसरा नाम है. इसे किसी के सार्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. भारत अमन का देश है. फिरकापरस्त ताकतों को समझाना होगा. मुसलिम नौजवानों का टार्चर बंद होना चाहिए. बिना लोकल पुलिस के खुफिया एजेंसी किसी को न पकड़े.
शेख खुर्शीद मदनी ने कहा कि इस्लाम अमन का कद्र करता है. इस्लाम में सिर्फ अमन का स्थान है आतंक का नहीं. शराब बंदी के लिए उन्होंने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और कहा कि पूर्ण शराब बंदी हो. शराब बुराइयों की जड़ है. इसलाम प्यार की पुकार से फैल रहा है. मो. युनुस ने कहा कि इसलाम में यह ताकत है कि वो अमन ला सकता है. दो सत्रों में चले कॉन्फ्रेंस कें पहले सत्र की अध्यक्षता शेख सलाउद्दीन मकबूल व दूसरे सत्र की अध्यक्षता वली रहमानी ने की.
शेख सलाउद्दीन मकबूल ने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा जुल्म अशांति है. पीस टीवी के डा. शेख सलाउद्दीन मकबूल आरके नूर ने कहा कि अमन व सकून देने के लिए इस्लाम आया है. जुल्म अल्लाह को पसंद नहीं है. कांफ्रेंस में मशहूद अहमद कादरी नदवी, तजमुल हक बुखारी, अशफाक अशरफी, शकील अहमद काशमी मुजम्मील हक, तनवीर जकी मदनी आदि ने भी अमन का पैगाम दिया.
खाली रहीं कुरसियां
गांधी मैदान में आने वाले लोगों के लिए कई तरह के इंतजाम किए गये थे, लेकिन हालात ऐसे हो गये कि कुरसियां तक खाली रह गयी. मैदान में कांफ्रेंस सुनने के लिए जमीन पर बैठने के लिए ग्रीप कारपेट बिछाया गया था, जोकि पूरी तरह से खाली रह गया. लोग आराम से कहीं-कहीं बैठ कर कांफ्रेंस सुन रहे थे, लेकिन सुननेवाले इतने कम थे कि मैदान चारों ओर से खाली रहा.
पुलिस दिखी चुस्त
गांधी मैदान की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कमी नहीं की गयी थी. इमाम हरम के नहीं आने की खबर के बाद भी मैदान के चारों ओर पुलिस की डयूटी लगी हुई थी. कांफ्रेंस में आने वाले हर व्यक्ति की पूरी तालाशी हो रही थी और बिना पास वाले लोगों लेने के लिए आयोजक को आना पड़ा.
ड्रोन उड़ाया, जब्त अमन कांफ्रेस के दौरान किसी ने ड्रोन उड़ा दिया. हालांकि वहां तैनात पुलिस जवानों की नजर पड़ गयी और ड्रोन को अपने कब्जे में ले लिया. सुरक्षा को लेकर गांधी मैदान के अंदर एक अस्थायी थाना बनाया गया था.

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