पटना : पूरे बिहार के लिये वह गौरव का क्षण था जब बिहार माटी को लेकर बनी फिल्म ‘मिथिला मखान’ को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया. मैथिली में बनी इस फिल्म को 63 वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला है. सबसे बड़ी बात यह है कि पहली बार किसी मैथिली फिल्म को इस सम्मान से नवाजा गया है. इसे मैथिली भाषा में बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है. निर्देशक ने जो जानकारी दी है उनके मुताबिक फिल्म की ज्यादातर शुटिंग मिथिलांचल के इलाके में हुई है. फिल्म को दरभंगा, सुपौल और मधुबनी के इलाके में शुट किया गया है. बाद का हिस्सा अमेरिका और कनाडा में फिल्माया गया है. यह फिल्म इसी साल नवंबर में परदे पर आयेगी.
निर्देशक ने मीडिया से बातचीत में अफसोस जताते हुए कहा कि आज बिहार का अपना सिनेमा बचा ही नहीं है. सिनेमा के क्षेत्र में सूबा पूरी तरह सुना पड़ा है. इस फिल्म को पुरस्कार मिलने के बाद इस क्षेत्र में बिहार का खाता खुल चुका है. बिहार की क्षेत्रीय भाषा के संरक्षण के प्रयास को तेज करना होगा. फिल्म को सराहना भी मिल रही है. मैथिली की यह पहली फिल्म है जो ज्यूरी को इतनी पसंद आयी कि इसे बड़े सम्मान से नवाजा गया. फिल्म के निर्देशक नितिन चंद्रा हैं जबकि फिल्म में क्रांति प्रकाश झा, अनुतरिता झा और पकंज झा ने काम किया है.