पटना : तमिलनाडु के एक शख्स ने एयरपोर्ट पुलिस के एक अधिकारी को फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए 40 लाख का ऑफर दिया था, लेकिन उस अधिकारी ने इनकार कर दिया और इसकी जानकारी अपने वरीय पदाधिकारियों को दे दी थी.
पुलिस ने उस नंबर की छानबीन करायी, तो पता चला कि वह तमिलनाडु का है. इस संबंध में तमिलनाडु पुलिस को भी पटना पुलिस ने जानकारी दी थी.
हसन अली का भी बना था पासपोर्ट: घोड़ा व्यवसायी हसन अली का भी फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनाया गया था. हसन अली ने हैदराबाद से निर्गत पासपोर्ट जब्त होने के बाद भी पटना से पासपोर्ट जारी करवाया था.
इस पासपोर्ट पर उसने विदेशों की सैर की थी. लेकिन, बाद में उसे कर चोरी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पकड़ा था और उसके देश से लेकर विदेश जाने तक की जानकारी को खंगालना शुरू कर दिया गया था. फर्जी दस्तावेज के आधार पर जालसाजी से पटना के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट बनवाने के आरोप में दिसंबर, 2010 में कोतवाली थाने में हसन अली के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. वर्तमान में हसन अली करोड़ों रुपये की कर चोरी और काले धन को सफेद बनाने के आरोप में मुंबई की जेल में बंद हैं.
भेजा गया जेल : पासपोर्ट सेवा केंद्र आशियानानगर-दीघा रोड से शुक्रवार को पकड़े गये आठ दलालों को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया. एसएसपी मनु महाराज ने इसकी पुष्टि की.