Advertisement
हत्या का सुराग फ्लैट में!
अनुसंधान. जांच में दीपू के गला घोंटने के मिल रहे संकेत पटना : हत्या से पहले दीपू तिवारी को शराब पिलायी गयी थी. इसके बाद उसका गला घोंट दिया गया. हत्या के पांच दिन बाद लाश मिलने से शरीर पर के चोट के निशान स्पष्ट नहीं हो सके हैं, लेकिन आंख और जीभ बाहर की […]
अनुसंधान. जांच में दीपू के गला घोंटने के मिल रहे संकेत
पटना : हत्या से पहले दीपू तिवारी को शराब पिलायी गयी थी. इसके बाद उसका गला घोंट दिया गया. हत्या के पांच दिन बाद लाश मिलने से शरीर पर के चोट के निशान स्पष्ट नहीं हो सके हैं, लेकिन आंख और जीभ बाहर की तरफ निकली हुई थी. अब तक की जांच में पुलिस को जो कुछ सुराग मिले हैं, उससे इस बात के संकेत मिले हैं कि हत्या से पहले लड़ाई हुई है और फिर दीपू की हत्या की गयी है.
पुलिस हत्या के राज उसी अपार्टमेंट में तलाश रही है, जहां दीपू अपने मित्रों के साथ रहता था. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. उधर बार-बार बयान बदलने वाले विकास झा फरार हो गया है. उधर पुलिस अभी इस गुत्थी को पूरी तरह से सुलझा नहीं पायी है, लेकिन जांच की शुरुआत पांचाें आरोपितों के मोबाइल फोन से पुलिस ने की है. सबकी सीडीआर निकलवायी गयी है. इसके लिए कोतवाली पुलिस शास्त्रीनगर पुलिस की भी मदद ले रही है. दीपू का रहन-सहन, उठना-बैठना, उसकी आदतें, उसका फ्रेंड सर्किल पुलिस सब कुछ खंगाल रही है.
दीपू तिवारी की हत्या के बाद उसकी मां प्रतिभा तिवारी शनिवार को कोतवाली पहुंची थी. वह अपने रिश्तेदारों व गोतिया के साथ पहुंची थी. उसने थानेदार रमेश प्रसाद सिंह से भेंट की और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. उसने न्याय की गुहार की है.
थाने के सामने नारेबाजी : थाने के सामने शनिवार को परिजनों ने कार्रवाई में लापरवाही बरतने को लेकर नारेबाजी की.
घरवालों का आरोप है कि पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी में ढील बरत रही है. घरवालोें की मांग थी कि उन्हें जल्द न्याय दिलाया जाये. वहीं इंस्पेक्टर ने परिजनों को 36 घंटे में आरोपितों की गिरफ्तारी और मामले के खुलासे का दावा किया है. उनका कहना है कि बहुत कुछ जानकारी हो चुकी है, जल्द मामला खुल जायेगा. इस दौरान कोतवाली की महिला दारोगा ने लोगों काे समझा कर मामला शांत कराया.
क्या हुआ कि दीपू को स्कूटी से भागना पड़ा
पुलिस दीपू की हत्या के राज दुर्गा गृह अपार्टमेंट के फ्लैट में तलाश रही है. अब तक जो बात सामने आयी है, उसमें कहा जा रहा है कि दीपू विकास की स्कूटी लेकर निकला था.
पुलिस को शक है कि 19 मार्च को फ्लैट संख्या 404 में कुछ ऐसा हुआ है, जिससे दीपू को वहां से जान बचा कर भागना पड़ा. इसके बाद क्या हुआ, इसकी जांच जारी है. पुलिस पता लगा रही है कि 19 मार्च की रात दीपू दारोगा राय पथ में अपने मित्रों मोदी, ज्ञानेंद्र और छोटू के पास पहुंचा था या नहीं. हत्या रूम पर पहुंचने से पहले हुई या फिर रूम से लौटने के दौरान रास्ते में. पुलिस को सीडीआर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
अब तक नहीं मिली स्कूटी
कोतवाली पुलिस अब तक उस स्कूटी को बरामद नहीं कर सकी है, जिसे लेकर दीपू तिवारी निकला था. हालांकि स्कूटी से निकलते वक्त उसे किसी ने देखा नहीं है. यह जानकारी मृतक की मां प्रतिभा तिवारी ने पुलिस को दी है.
फरारी से पहले विकास बदलता रहा बयान
पहला बयान : पहले विकास प्रतिभा तिवारी को बताया कि 19 मार्च को गुस्से में उसने थप्पड़ मार दिया था, इसलिए दीपू नाराज होकर भाग गया.
दूसरा बयान : विकास ने फिर बताया कि दीपू मैच देखने छोटू, मोदी और ज्ञानेंद्र झा के पास दारोगा राय पथ गया था. वहीं पर झंझट हुआ है.
तीसरा बयान : विकास ने तीसरी बार फिर अपना बयान बदल लिया. विकास ने बताया कि दीपू को ढूंढ़ने दिल्ली चलेंगे. मृतक की मां ने बताया कि विकास ने उसे पुलिस के पास जाने से भी रोका था. अब वह फरार हो गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement