लेकिन, प्रतीक्षालय में बैठने के लिए सही से कुरसी तक नहीं है. इससे यात्रियों को फर्श पर बैठना पड़ता है. कोई अखबार तो कोई चादर पर बैठ कर बसों का इंतजार करते हैं. बस स्टैंड में यात्रियों के लिए 10-15 कुरसियां हैं. यहां पर टिकट काउंटर वाले स्थान पर भी लोग सोये रहते हैं, जिसके कारण भी यात्रियों काे परेशानी होती है. यहां से अन्य राज्यों के लिए भी बसें आती-जाती हैं. हालांकि यही स्थिति मीठापुर बस स्टैंड की भी है. यहां कूड़ेदान की भी कमी हैं, जिसकी वजह से इधर-उधर कचरा फैले हुए हैं.
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परेशानी. ऐसे में कैसे होगी मंगलमय यात्रा
पटना: यह पटना का बस स्टैंड है. पथ परिवहन विभाग द्वारा संचालित यह बस स्टैंड गांधी मैदान के समीप है. यहां से बिहार के सभी जिलों के लिए बसें खुलती हैं और अाती भी हैं. यहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में बाहर जिलों से यात्री आते हैं. दूर-दराज जाने के लिए यात्रियों को काफी […]
पटना: यह पटना का बस स्टैंड है. पथ परिवहन विभाग द्वारा संचालित यह बस स्टैंड गांधी मैदान के समीप है. यहां से बिहार के सभी जिलों के लिए बसें खुलती हैं और अाती भी हैं. यहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में बाहर जिलों से यात्री आते हैं. दूर-दराज जाने के लिए यात्रियों को काफी देर तक प्रतीक्षा भी करनी पड़ती है.
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