पटना़ : राज्य में वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन में तेजी से वृद्धि हुई है. राज्य के लगभग सभी जिलों में वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन हो रहे हैं. पर वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता की समस्या बनी हुई है. हाल में राज्य सरकार की लेबोरेटरी जांच में आधे से अधिक वर्मी कंपोस्ट के नमूने अमानक पाये गये.
अप्रैल, 2015 से 31 दिसंबर, 2015 तक हुए वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन के 176 नमूने की जांच में 90 नमूने अमानक पाये गये थे. विभागीय अधिकारी ने बताया कि हाल के दिनों में रसायनिक खाद की बढ़ रही समस्या से निबटने के लिए राज्य में तेजी से वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन बढ़ा है. बड़ी संख्या में किसानों द्वारा इसका उपयोग भी शुरू किया गया है. अधिकारी ने बताया कि 2015-16 में राज्य में 679395 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन हुआ. 2014-15 में 602465 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन हुआ.
अधिकारी ने बताया कि 2015-16 में 594366 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट बेचे गये. इससे राज्य में वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन और बिक्री में वृद्धि को समझा जा सकता है. कृषि विभाग की जांच में अमानक वर्मी कंपोस्ट पाये जाने के बारे में कृषि विभाग के अधिकारी अशोक प्रसाद ने बताया कि नमी की मात्रा अधिक होने के कारण अमानक वर्मी कंपोस्ट की जानकारी मिली है.