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मंत्री जी, 90 साल का बुजुर्ग पीएमसीएच मांग रहा मरीजों के लिए सुविधाएं

पटना: प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच 25 फरवरी को 91वां जन्म दिन मनायेगा. बीते 90 वर्षों में इस अस्पताल ने लाखों लोगों को नयी जिंदगी दी. उनके जीवन में नयी आशा का संचार किया. इस दौरान समय-समय पर रही राज्य सरकारों ने अस्पताल की व्यवस्था में सुधार के लाख दावे भी किये, लेकिन इतने […]

पटना: प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच 25 फरवरी को 91वां जन्म दिन मनायेगा. बीते 90 वर्षों में इस अस्पताल ने लाखों लोगों को नयी जिंदगी दी. उनके जीवन में नयी आशा का संचार किया. इस दौरान समय-समय पर रही राज्य सरकारों ने अस्पताल की व्यवस्था में सुधार के लाख दावे भी किये, लेकिन इतने सालों बाद भी इसकी सूरत नहीं सुधर सकी है. यहां की स्वास्थ्य सुविधाएं रामभरोसे हैं. इससे मरीजों को प्राइवेट अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ रहा है. अस्पताल के रेडियो थेरेपी विभाग, राजेंद्र सर्जिकल वार्ड का टीवी ट्रामा सेंटर, स्त्री एवं प्रसूति वार्ड सहित कई वार्डों की स्थिति बदहाल हैं. यहां पर इलाज के लिए लगायी गयी मशीनें खराब पड़ी हुई हैं. इससे मरीजों को महंगे दामों पर इलाज कराना पड़ रहा है.
एक नजर यहां भी
टाटा वार्ड, इमरजेंसी और गायनी वार्ड में फर्श पर होता है मरीजों का इलाज
गायनी और बच्चा वार्ड में फटे बेड पर ही प्रसूताओं को किया जाता है भरती
मरीजों का रसोई गैस पिछले कई सालों से हैं बंद, खुद के सिलिंडर से परिजन बनाते हैं खाना
गायनी, बच्चा और राजेंद्र सर्जिकल वार्ड में लिफ्ट के अभाव में मरीजों को होती है परेशानी
क्या कहते हैं अधिकारी
अस्पताल के सभी वार्ड में नये बेड लगाये जा रहे हैं. साथ ही बहुत जल्द कोबॉल्ट और एमआरआइ की सुविधा मिलने लगेगी. इसके लिए कंपनी से करार हो गया है. रही बात जमीन पर मरीज के इलाज का तो बेडों की संख्या कम और मरीज अधिक होने से समस्या होती है. बहुत जल्द ही यह भी परेशानी खत्म हो जायेगी.
– डॉ लखींद्र प्रसाद, अधीक्षक पीएमसीएच
रेडियोलॉजी विभाग
नहीं हो रहा कैंसर का इलाज
पीएमसीएच में सबसे अधिक कैंसर के मरीजों को परेशानी हो रही है. मरीजों की सुविधा के लिए रेडियालॉजी विभाग में करोड़ों रुपये की लागत से कोबॉल्ट मशीन की सुविधा दी गयी है. लेकिन, यह मशीन पिछले कई माह से खराब पड़ी हुई है. इससे कैंसर मरीजों की रेडियो थेरेपी नहीं हो पा रही है. थेरेपी नहीं होने से कैंसर के मरीजों का आना बंद हो गया है. अब यहां वही मरीज आते हैं, जो बाहर में इलाज कराने में अक्षम हैं.
राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक
ऑक्सीजन की भी कमी
पीएमसीएच के राजेंद्र सर्जिकल ब्लाॅक के टीवी ट्रामा सेंटर में मरीजों को ऑक्सीजन सही मायने में नहीं मिल पा रही है. ट्रामा सेंटर में मरीजों को बेड तक ऑक्सीजन मिले इसके लिए पाइप लाइन की व्यवस्था की गयी थी. लेकिन, पाइप लाइन खराब होने से मरीजों को गैस सिलेंडर से सप्लाइ की जा रही है. ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों को भटकना पड़ता है.
जांच का हाल
ऑटो एनालाइजर मशीन बंद
मरीजों को सभी प्रकार की जांच कराने के लिए लगाये गये आॅटो एनालाइजर मशीन पिछले कई महीनों से बंद हैं. केमिकल के अभाव में इस मशीन को बंद कर दिया गया है. इससे मरीजों को ब्लड, यूरिन, शुगर आदि दर्जनों जांचें नहीं हो पा रही हैं. हालांकि अलग से एक मशीन लगी है, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक व मशीन एक होने से काफी भीड़ हो जाती है. इसके अलावा मेडिकल आउटडोर में लगी बीएमडी मशीन भी खराब हो गयी है. हड्डी के इलाज में परेशानी होती है.

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