पटना: पटना विश्वविद्यालय के सैदपुर व रानीघाट के छात्रावास को खाली करने की जो समय सीमा शाम चार बजे तक दी गई थी, उसके समाप्त होने के बाद भी दोनों ही जगहों के छात्रवासों को खाली नहीं कराया जा सका. पुलिस व विवि प्रशासन की संयुक्त टीम जो रविवार शाम को हॉस्टल खाली कराने पहुंची थी वह आज स्वयं ही वहां नहीं पहुंची. हॉस्टलों में दिनभर स्थिति वैसी ही रही जैसे पिछले दो-तीन दिनों से बनी हुई है. पटना विश्वविद्यालय के सैदपुर व रानीघाट में दिनभर इसी बात की चर्चा थी कि शाम के वक्त पुलिस प्रशासन व विवि प्रशासन हॉस्टल खाली कराने आयेगी. दिनभर छात्र इंतजार कर रहे थे. हालांकि अवैध रूप से रह रहे छात्र अपने-अपने कमरों से सामान निकाल चुके हैं लेकिन कब्जा नहीं छोड़ा है. उन्होंने कुछ हल्के फुल्के सामान वहां छोड़ कर रूम में ताला मार दिया है.
उधर विभिन्न छात्र संगठनों के नेताओं ने कहा कि अगर हॉस्टल खाली कराये जायेंगे तो छात्र भी चुप नहीं बैठेंगे. छात्र इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे. परीक्षा के समय पर छात्रों के साथ इस तरह का अन्याय छात्र नेता बरादाश्त नहीं करेंगे. छात्र राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष मो तनवरी ने कहा कि परीक्षा के समय में पीयू प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा हॉस्टल खाली कराया जाना कहीं से उचित नहीं है. प्रशासन असामाजिक तत्वों के गठबंधन के साथ जो लगातार हॉस्टलों को खाली कराने एवं छात्र नेताओं पर डंडा बरसाने का काम कर रही है.
वह गलत है. जून में हॉस्टल खाली हो जाना चाहिए और जुलाई में एलॉट हो जाना चाहिए लेकिन विवि दिसंबर तक हॉस्टल एलॉट नहीं करती है तो छात्र आखिर कहां जायेंगे.
एबीवीपी ने निकाला जुलूस
जबरन छात्रावास खाली कराने के विरोध में अभाविप द्वारा कारगिल चौराहा से जुलूस निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया. मौके पर अभाविप के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य पप्पू वर्मा, छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष सिन्हा, विवि अध्यक्ष अभिषेक कुमार, महानगर मंत्री सुजीत पांडे, विवेक कुमार, प्रणय सिंह, दिव्यांशु भारद्वाज, रत्नेश कुशवाहा, गौरव बंटी आदि शामिल थे. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने मंगलवार को मार्च निकाला. मार्च जेपी चौक गांधी मैदान से डाकबंगला चौराहा तक गया.मार्च में संजय, आशुतोष, लैस राही, नीतू, आकाश, जफर, धीरज, रिंचु, न्यूटन आदि थे.