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आइजीआइएमएस में रेटिना सर्जरी

पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में अप्रैल से रेटीना सर्जरी की सुविधा शुरू हो रही है. सूबे का यह पहला सरकारी अस्पताल होगा जहां यह सुविधा मिलेगी. सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा नहीं होने से मरीजों को दिल्ली, पीजीआइ चंडीगढ़, चेन्नई या हैदराबाद जाना पड़ता था. बाहर से ट्रेनिंग लेकर आये डॉक्टर यह […]

पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में अप्रैल से रेटीना सर्जरी की सुविधा शुरू हो रही है. सूबे का यह पहला सरकारी अस्पताल होगा जहां यह सुविधा मिलेगी. सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा नहीं होने से मरीजों को दिल्ली, पीजीआइ चंडीगढ़, चेन्नई या हैदराबाद जाना पड़ता था. बाहर से ट्रेनिंग लेकर आये डॉक्टर यह सर्जरी करेंगे.
प्राइवेट में ज्यादा खर्च
बिहार में अभी यह सुविधा सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध है. उन अस्पतालों में यह सर्जरी कराने पर 30 से 35 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं. आइजीआइएमएस में इसके लिए 10 हजार रुपये ही खर्च करने होंगे.
70 लाख की मशीन
रेटिना सर्जरी के लिए नेत्र विभाग में एयर कंडीशंड ऑपरेशन थियेटर तैयार है. 70 लाख रुपये की लागत से यहां वेटोमी एंडोलाइजर मशीन लगायी जायेगी. इस मशीन से कॉर्निया के अंदरूनी भाग का ऑपरेशन संभव होगा.
एडवांस फेको मशीन
रेटिना सर्जरी के अलावा यहां फेको की एडवांस मशीन भी लगायी जा रही हैं. इससे मरीजों को फेको लेंस लगाने में सहूलियत होगी. नेत्र विभाग में पहले से फेको लेंस मशीन हैं, लेकिन एक और मशीन लगने से वेटिंग पीरियड कम होगा. आइजीआइएमएस के शासकीय निकाय के सदस्य डॉ सुनील सिंह ने बताया कि दो फेको मशीन लग जाने से एक दिन में दर्जनों मरीजों को लेंस लगाया जा सकता है.
क्या कहते हैं डॉक्टर
नेत्र विभाग में रेटिना सर्जरी की सुविधा मरीजों को दो महीने के अंदर मिलने लगेगी. इसके अलावा यहां फेको के लिए एडवांस मशीन लगायी जा रही हैं.
डॉ विभूति प्रसाद सिन्हा, विभागाध्यक्ष, नेत्र विभाग आइजीआइएमएस

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