19 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नक्सलियों को संरक्षण देने वाले भागलपुर के प्रोफेसर विलक्षण गिरफ्तार

भागलपुर : नक्सलियों को अपने घर में शरण देने और उन्हें संरक्षण देने के आरोप में तिलकामांझी विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर विलक्षण रविदास समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी सुबह के वक्त हुई है घनश्याम उर्फ घुमना नामक नक्सली रेलवे स्टेशन की ओर निकल रहा था. पुलिस ने आरोपी […]

भागलपुर : नक्सलियों को अपने घर में शरण देने और उन्हें संरक्षण देने के आरोप में तिलकामांझी विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर विलक्षण रविदास समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी सुबह के वक्त हुई है घनश्याम उर्फ घुमना नामक नक्सली रेलवे स्टेशन की ओर निकल रहा था. पुलिस ने आरोपी घनश्याम उर्फ घुमना के पास से नक्सली साहित्य और पिस्तौल के साथ मोबाईल भी बरामद किया है. पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार के निर्देशन में गठीत टीम ने नक्सलियों के संरक्षक प्रोफेसर पर काफी दबिस बनायी थी. जिसके बाद प्रोफेसर को उनके निजी घर से गिरफ्तार किया गया है.

दो और गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में मुरारका कॉलेज सुल्तानगंज के शिक्षक और पूर्व माले नेता कपिलदेव मंडल के रात्रि प्रहरी अर्जुन पासवान को भी हिरासत में ले लिया है.आरोपी नक्सली की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच में कई जानकारियां मिली हैं. पुलिस के मुताबिक नक्सली की निशानदेही पर ही कपिलदेव मंडल और अर्जुन पासवान को हिरासत में लिया गया है. उसके बाद पुलिस ने प्रोफेसर रविदास के सराय चौक स्थित निजी घर पर भी जांच की. जहां प्रोफेसर रविदास मौजूद थे. नक्सलियों ने जब पुलिस को बताया तो पुलिस उस कमरे में गई जहां कई बार बाकी नक्सलियों को ठहराया गया है. पुलिस के मुताबिक नक्सली ह्वाइट हाउस जो प्रोफेसर के घर का नाम है वहां नक्सलियों को ठहराया जाता था. जहां से पुलिस ने भारी मात्रा में नक्सली साहित्य के साथ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है. पुलिस यह मानकर चल रही है कि जितने सबूत प्रोफेसर के खिलाफ मिले हैं वह साबित करते हैं कि प्रोफेसर का संबंध सीधे तौर पर नक्सलियों से था.

पूर्व में भी प्रोफेसर के नक्सलियों से संबंध

जानकारी के मुताबिक विलक्षण दास का नाम पहले भी नक्सलियों के साथ संबंध को लेकर चर्चा में रहा है. पुलिस के पास पुख्ता सबूत नहीं होने की वजह से पुलिस उन पर हाथ नहीं डाल रही थी. गिरफ्तार नक्सली घनश्याम उर्फ घूमन ने पुलिस को बताया है कि वह कई बार प्रोफेसर रविदास की वजह से कभी हॉस्टल तो कभी घर में ठहरा है. इतना ही नहीं प्रोफेसर ने नक्सली घनश्याम को एक मोबाइल भी खरीदकर दी है. पुलिस अब मोबाइल का डिटेल खंगाल रही है. प्रोफेसर के घर को पुलिस ने चारो तरफ से घेर रखा है और घर के सदस्यों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं है.

कमांडर की मौत का बदला लेने का प्लान

पुलिस के प्रोफेसर के आवास पर गिरफ्तारी के पहुंचने पर उनकी पत्नी जो बाल विकास परियोजना पदाधिकारी हैं उन्होंने काफी शोर मचाया. हालांकि पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और प्रोफेसर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक नक्सली कमांडर चिराग के मरने के बाद दर्जन भर नक्सली भागलपुर की सीमा में प्रवेश कर गये थे और यहां उन्होंने प्रोफेसर रविदास के शरण में अपनी मंडली जमाई थी. कमांडर चिराग के मारे जाने के बाद दर्जन भर नक्सलियों के मुख्य संरक्षणकर्ता प्रोफेसर विलक्षण बन बैठे थे. पुलिस की माने तो नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे और वे रेलवे की रेकी भी कर रहे थे. हाल के दिनों में नक्सलियों की रेलवे स्टेशनों और रेलगाड़ियों में आवाजाही की खुफिया खबर पुलिस को भी मिली थी. पुलिस के खुफिया सूत्रों की माने तो वह रेलवे या सरकार को कोई बड़ा नुकसान पहुंचाकर कमांडर चिराग की मौत का बदला लेना चाह रहे थे. पुलिस अधिकारियों ने तीन लोगों के गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा है कि पूरे मामले को पूरी गंभीरता के साथ देखा जा रहा है और बहुत जल्द इसके बारे में मीडिया को जानकारी दी जायेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें