पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलायेगा, वही दिल्ली में राज करेगा. सेवायात्र के क्रम में दरभंगा पहुंचे मुख्यमंत्री ने भविष्य की राजनीति के संकेत देते हुए कहा कि अगर लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार विशेष राज्य के दज्रे की मांग पूरी नहीं करती है, तो बिहार की जनता सबक सिखायेगी. उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में यह राजनीतिक मुद्दा बनेगा. मुख्यमंत्री के इस कथन पर खूब तालियां बजीं.
कुशेश्वरस्थान में सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि सात वर्ष से वह विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए प्रयासरत हैं. विधानमंडल के दोनों सदन से सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ. सवा करोड़ लोगों के हस्ताक्षर से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया. जिलों में अधिकार रैली आयोजित की गयी. चार नवंबर को गांधी मैदान पाट दिया गया. 17 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में अद्भुत व ऐतिहासिक रैली का आयोजन हुआ. लोगों का कहना है कि आज तक रामलीला मैदान में इतनी भीड़ जमा नहीं हुई. मुख्यमंत्री शुक्रवार को दरभंगा में सेवायात्र के दौरान सभा को संबोधित कर रहे थे.
कमेटी जल्द देगी रिपोर्ट
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का झुकाव विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए हुआ है. केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आर्थिक सर्वेक्षण व बजट भाषण में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के संबंध में चर्चा की. 15 मई, 2013 को वित्त मंत्री ने मुलाकात के दौरान बताया कि विशेष राज्य का दर्जा के लिए पिछड़ेपन के मापदंड को बदलने के लिए मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गयी है, जो जल्द रिपोर्ट देगी. इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बाढ़ से कुशेश्वर स्थान मुक्त होगा.