पटना. राज्य में उर्दू व बांग्ला शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सोमवार से कैंप लगेगा. इसकी शुरुआत 10 जिलों से होगी. पटना, किशनगंज, बांका, मधुबनी, सीवान, शिवहर, शेखपुरा, सुपौल, पश्चिमी चंपारण व रोहतास में एक से तीन फरवरी तक कैंप लगेंगे. जिला स्तर पर लगनेवाले कैंप में नगर निगम, नगर पर्षद, नगर पंचायत और प्रखंड नियोजन इकाई (स्नातक-बेसिक ग्रेड) के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया जायेगा.
वहीं, दो फरवरी को प्रखंड स्तर पर कैंप में ‘ए’ से ‘एम’ नाम वाली पंचायतों और तीन फरवरी को ‘एन’ से ‘जेड’ नाम वाली पंचायतों की नियोजन इकाइयों के लिए नियुक्ति पत्र दिया जायेगा. जिला व प्रखंड स्तर पर लगनेवाले कैंप में हर नियोजन इकाई कोटिवार खाली पदों से 10 गुना अधिक अभ्यर्थियों की मेधा की सूची तैयार कर रही है. नियोजन कैंप में अभ्यर्थियों को शैक्षणिक-प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्र के साथ-साथ टीइटी पास का प्रमाणपत्र साथ लाना होगा. नियोजन पत्र देने के समय अभ्यर्थी के टीइटी का मूल प्रमाणपत्र जमा कर लिया जायेगा. कैंप में सुबह 10:30 बजे तक पहुंचना अनिवार्य होगा और शाम 4:30 बजे तक इसका आयोजन होगा.
कैंप में जो अभ्यर्थी अनुपस्थित रहेंगे, उनका आवेदन रद्द माना जायेगा. कैंप में नियोजन इकाई में योगदान के बाद पद छोड़ कर दूसरे नियोजन इकाई में योगदान के लिए कोई जाता है, तो खाली हुए पद पर नियोजन किया जायेगा. इस पद को इसी कोटि का माना जायेगा, जिस कोटि के अभ्यर्थी ने पद छोड़ा है. उर्दू के 24 हजार और बांग्ला के 400 पद खाली हैं. नौ दिसंबर को काउंसेलिंग में 172 अभ्यर्थियों और 28 दिसंबर को करीब 3000 उर्दू के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया था. इनमें से बहुत कम लोगों ने योगदान किया है. उर्दू में करीब 16 हजार अभ्यर्थी ही टीइटी पास हैं.
अभ्यर्थी का तीन बार पुकारा जायेगा नाम
उर्दू व बांग्ला के अभ्यर्थी जिस नियोजन इकाई में नियुक्त होना चाहते हैं, वे नियोजन इकाई काे पूर्व से चिह्नित कर लेंगे. कैंप के दिन 10:30 से वे उस नियोजन इकाई के काउंटर पर मौजूद रहेंगे. कैंप काउंटर में वरीयता के आधार पर एक अभ्यर्थी का नाम तीन बार पुकारा जायेगा. अगर मौके पर वह मौजूद नहीं हुआ, तो उसके बाद वाले का नाम तीन बार पुकारा जायेगा. इसके बाद अगर पहले जिसका नाम पुकारा गया था, वह आ जाता है और नियोजन प्रक्रिया में शामिल होना चाहता है, तो उसे अनुमति नहीं दी जायेगी. वरीयता सूची के सभी अभ्यर्थियों को बुलाने के बाद अगर सीटें बच जाती हैं, तब छूटे हुए अब अभ्यर्थियों को मौका दिया जायेगा. अभ्यर्थियों को हाथोंहाथ नियोजन पत्र दिया जायेगा. किसी कारणवश नहीं दिया जा सका तो तीन दिनों के अंदर रजिस्ट्री से उपलब्ध करा दिय जायेगा.
सदस्य सचिव कैंप में नहीं रहे, तो कार्रवाई
कैंप में सभी सदस्य अनिवार्य रूप से उपस्थित होना है. अगर सूचना के बाद भी मुखिया, प्रमुख, मुख्य पार्षद, सभापति, मेयर निर्धारित तारीख पर कैंप में शामिल नहीं होंगे, तो उन्हें डिम्ड रूप से उपस्थित मानते हुए नियोजन की कार्रवाई की जायेगी. अगर सदस्य सचिव कैंप में नहीं आते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
-: उर्दू व बांग्ला के लिए कैंप का शिड्यूल :-
जिला : पटना, किशनगंज, बांका, मधुबनी, सीवान, शिवहर, शेखपुरा, सुपौल, पश्चिमी चंपारण व रोहतास.
एक फरवरी : जिला स्तर पर. नगर निगम, नगर पर्षद, नगर पंचायत, प्रखंड नियोजन इकाई (स्नातक-बेसिक ग्रेड)
दो फरवरी : प्रखंड स्तर पर कैंप. ‘ए’ से ‘एम नाम वाली पंचायत.
तीन फरवरी : प्रखंड स्तर पर कैंप. ‘एन’ से ‘जेड’ नाम वाली पंचायत.