पटना: बुधवार की रात अशोक राजपथ पर हॉस्टल छात्रों द्वारा बमबाजी कर दहशत पैदा किये जाने के प्रयास को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. डीएम डॉ एन सरवण कुमार ने कहा कि इस मामले में कुछ छात्रों को गिरफ्तारी की गयी है.
पुलिस हॉस्टल व उसके बाहर लगातार छापेमारी कर रही है. इस आपराधिक घटना में सभी छात्रों को पकड़ कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने पटना विवि प्रशासन के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कॉलेज या उसके आसपास छात्रों द्वारा उत्पात मचाया जाता है, तो हॉस्टल खाली कराने की बात आती है. पटना विश्वविद्यालय प्रशासन हॉस्टल के कमरों का आवंटन क्यों नहीं करता है. छापेमारी के दौरान पता चलता है कि कमरा किसी के नाम से आवंटित ही नहीं है.
जब तक किसी के नाम से कमरा आवंटित नहीं होगा, तब तक हॉस्टल खाली कैसे कराया जायेगा. उन्होंने कहा की हॉस्टल में अवैध ढंग से रह रहे लोगों को हटाने के लिए विवि प्रशासन के साथ बैठक की जायेगी. इसमें जिला प्रशासन उनको पूरा सहयोग देगा. डीएम ने कहा कि बुधवार की रात हुई घटना में दुकानदारों की हुई क्षति का आकलन किया जा रहा है. आकलन के बाद क्षति पूर्ति के लिए जिला प्रशासन की ओर से उनको मुआवजा राशि मुहैया करा दी जायेगी.
गायब थे छात्र : पुलिसिया कार्रवाई के डर से पटना कॉलेज के मिन्टो, जैक्सन व न्यू हॉस्टल में चारों ओर सन्नाटा छाया था. आम दिनों में जहां हॉस्टलों में काफी चहल पहल रहती थी, वहीं गुरुवार को वहां कोई छात्र डर से झांकने भी नहीं आया. जिस हॉस्टल को खाली कराने में पुलिस और कॉलेज प्रशासन हमेशा टालमटोल करते थे और छात्र भी हमेशा पुलिस से टक्कर लेने के लिए तैयार रहते थे, एफआइआर होने के बाद कोई भी छात्र हॉस्टल के इर्द-गिर्द दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा था.