पटना: बांझपन से परेशान महिलाओं को औलाद सुख मिल सके, इसके लिए पीएमसीएच के स्त्री विभाग में टेस्ट टयूब बेबी सेंटर की स्थापना की जा रही है. इस विधि का फायदा महिलाओं को मार्च से मिलेगा. इसके लिए पीएमसीएच प्रशासन से स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने योजना मांगी थी, जो शुक्रवार को अस्पताल में होने वाली बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग को भेज दी जायेगी. ऐसे मरीजों की काउंसेलिंग भी सेंटर में की जायेगी, जो इस बीमारी के कारण डिप्रेशन में रहती हैं. हाल के दिनों में इस बीमारी से ग्रसित होने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ी है और राजधानी में कई निजी नर्सिग होम में इस विधि से बच्चों का जन्म हो भी रहा है.
क्या है टेस्ट टयूब बेबी
टेस्ट टयूब बेबी का अर्थ होता है आइवीएस विधि से बच्चों का जन्म. इस प्रक्रिया में महिला के गर्भ में उसके पति का स्पर्म डाला जाता है. अगर किसी के पति का स्पर्म नहीं बनता है, तो किसी और का स्पर्म लिया जाता है. वहीं शुक्राणु और अंडाणु को निषेचित करा कर भ्रूण को उस महिला की कोख में डाल दिया जाता हैं. इस प्रकार से जन्मे बच्चे का रंग, लंबाई, बालों का रंग और प्रकृति आनुवांशिक गुण आदि सभी जेनेरिक मां-बाप के होते हैं.
बहुत सी स्थिति में महिलाएं गर्भ धारण नहीं कर पाती हैं. ऐसी स्थिति में महिलाओं को आइवीएस विधि से मां बनने का सुख प्राप्त होता है. लेकिन इसमें काफी खर्च हो जाता है. इस खर्चे को कम करने के लिए परिसर में टेस्ट टयूब बेबी सेंटर की स्थापना की जायेगी. इसको लेकर प्रारंभिक काम किये जा चुके हैं और उम्मीद जतायी जा रही है कि मार्च तक यह सुविधा महिलाओं को मिलने लगेगी.
डॉ अमर कांत झा अमर, अधीक्षक