पटना सिटी: चौकशिकारपुर नाला के पास उपरि सेतु के निर्माण कार्य के दौरान अधिगृहीत किये गये मकानों के हिस्से को तोड़ने का काम मालिकों द्वारा किया जा रहा है. स्थिति यह है कि तोड़े गये मकानों का मलबा नाले में गिराया जा रहा है. इस कारण नाला में पानी का बहाव रुक जाने से आधा दर्जन मुहल्ले में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी है. खासतौर सुबह व शाम के समय जलजमाव की समस्या गंभीर हो जा रही है. ठंड के मौसम में भी जलजमाव कायम होने से लोगों में आक्रोश है. इधर, श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जयंती समारोह भी अगले माह की पांच से सात तारीख तक तख्त साहिब में मनाया जायेगा, ऐसे में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु तख्त साहिब आयेंगे. स्थिति ऐसी ही रही, तो श्रद्धालुओं को परेशानी होगी.
स्थानीय लोगों की मानें, तो जिस रफ्तार से नाले में मलबा गिराया जा रहा है, ऐसे में पानी निकासी का मुख्य नाला छटंकी पुल के जाम हो जाने की आशंका बढ़ गयी है. छटंकी पुल नाला से ही शहर के पांच वार्डो 62, 64, 65, 66 व 67 के छोटे- बड़े नाले का पानी निकलता है.छटंकी पुल जाम होने की स्थिति में पांच वार्डो के लोगों को परेशानी हो सकती है. फिलहाल जंगली प्रसाद लेन,जीतू लाल लेन, दुंदी बाजार,लाल इमली व बंगाली कॉलोनी के आसपास के लोगों को जलजमाव की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
निरीक्षण किया
पटना नगर निगम सिटी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी नरेंद्रनाथ, मुख्य सफाई निरीक्षक कृष्ण नारायण शुक्ला व सफाई निरीक्षक मौलेश्वर सिंह ने स्थल निरीक्षण किया. मुख्य सफाई निरीक्षक ने बताया कि मलबा गिरा रहे लोगों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसा न करें, नहीं तो कार्रवाई की जायेगी. साथ ही ऊपरि सेतु के निर्माण कार्य में लगी कंपनी को भी आवश्यक निर्देश अधिकारियों ने दिया है.