पटना: नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के एक नेता ने एक निर्माण कंपनी से 60 लाख रुपये लेवी के रूप में वसूले. लेकिन, इस रकम को संगठन में जमा करने के बजाय उसने खुद रख लिया. जब नक्सली संगठन ने इसकी जांच करायी, तो मामले का खुलासा हुआ. भाकपा (माओवादी) ने गबन के आरोप में चाल्हो जोन के उक्त नक्सली नेता का डिमोशन कर दिया है. उसे पटना जिले में भेजा गया है.
मामले का खुलासा नक्सलियों के फोन सर्विलांस से हुआ है. पुलिस मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार 20 नवंबर को रात 9:56 बजे नक्सली नेताओं की आपस में दो बार बातचीत हुई. बातचीत में 60 लाख रुपये के गबन की चर्चा है.
जिस कंपनी से इस रकम की वसूली की गयी थी, वह निर्माण कंपनी है और पुलिस ने उसे जांच के दायरे में रखा है. फोन सर्विलांस से इस खुलासे से यह भी स्पष्ट हुआ है कि नक्सली संगठन में पैसे को लेकर भ्रष्टाचार जड़ें जमा रहा है.
बैठक में मांगी माफी
भाकपा माओवादी चाल्हो जोन द्वारा एक अन्य कैडर को बताया गया कि हाल ही में एक बैठक हुई थी. इसमें तीन प्रमुख नक्सली नेताओं पर विभिन्न तरह के आरोप लगाये गये. तीनों नेताओं ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों को लेकर माफी भी मांगी थी. एक नेता पर तो अवैध संबंध बनाने, बेटे की पढ़ाई में ढाई लाख रुपये खर्च करने सहित अन्य आरोप भी लगाये गये थे. आरोपित नक्सली नेताओं द्वारा मारपीट किये जाने के मामले की जांच विशेष कमेटी द्वारा कराये जाने का भी उल्लेख किया गया.