पटना: बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने करोड़ों का बकाया रखे प्राइवेट बस ऑनरों के खिलाफ लगाम कसना शुरू कर दिया है. निगम ने शुक्रवार को इडेन ट्रांसपोर्ट की नौ बसें जब्त की हैं. इडेन ट्रांसपोर्ट पर निगम का 10 करोड़ रुपये बकाया है. बार-बार नोटिस के बावजूद इडेन बकाया का भुगतान नहीं कर रहा था. निगम ने कुछ माह पहले ही इडेन की 70 नगर बस सेवा का कांट्रैक्ट समाप्त किया है.
एकरारनामा का उल्लंघन : निगम प्रशासक एन. विजय लक्ष्मी ने बताया कि निगम के नियंत्रण में इडेन की फिलहाल 40 बसें पटना-सीवान और पटना-छपरा के बीच चल रही हैं. बताया कि पीपीपी मोड पर बस चलाने के लिए इडेन के ऑनर रॉय सच्चिदानंद के साथ, जो एकरारनामा हुआ था, उसका वे उल्लंघन कर रहे थे. उन पर 1.19 करोड़ के बकाया को लेकर सर्टिफिकेट केस भी हुआ है.
बावजूद वे नहीं मान रहे थे और कई मौक ों पर निगम से विवाद भी करते रहे हैं. बकाया भुगतान के लिए पटना डिविजनल कोर्ट ने उनकी प्रोपर्टी जब्त करने का जब नोटिस भेजा, तो उनकी बसें जब्ती की कार्रवाई की गयी. यह कार्रवाई बीओपीआर के तहत की गयी है. नौ बसों की जब्ती निगम के बांकीपुर डिवीजन से हुई. निगम को उन्हें हर माह भुगतान करना था,जिसे उन्होंने बंद कर दिया था. 31 दिसंबर,2011 को निगम ने उन पर मुकदमा किया था.
अमर ज्योति और गिरीश ट्रेवल्स को भी नोटिस : मुजफ्फरपुर की अमर ज्योति और गिरीश ट्रेवल्स को भी बकाया भुगतान का नोटिस दिया गया है. गिरीश ट्रेवल्स की निगम के नियंत्रण में पीपीपी मोड पर 12 बसें चल रही हैं. उन पर 1.89 करोड़ बकाया है. अमर ज्योति की 20 बसें चल रही हैं, जिन पर 1.06 करोड़ रुपये बकाया है. पीपीपी मोड पर निगम के नियंत्रण में बस चला रहे ऑनरों से अब कड़ाई से बकाया वसूला की जायेगी.गिरिश ट्रेवल्स वाले तो थोड़ा-थोड़ा बकाया का भुगतान कर भी रहे हैं, लेकिन हाल के दिनों में उनकी भी रफ्तार ढीली पड़ गयी है. पीपीपी मोड पर निगम के नियंत्रण में बस चला रहें ऑपरेटर तो निगम पर ही अनुबंध का उल्लंघन करने का आरोप लगा रहे हैं.