पटना सिटी: बिहार -झारखंड का पहले टेम्पोरल बोन लैब की स्थापना शुक्रवार को एनएमसीएच के नाक- कान- गला विभाग में हुई. लैब का उद्घाटन प्रो डॉ गीता सिंह ने किया. उन्होंने बताया कि पीजी छात्रों को समुचित प्रशिक्षण मिले इसके लिए एमसीआइ के निर्देश पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय द्वारा आवंटित राशि 40 लाख रुपये की लागत से इस लैब की स्थापना की गयी है.
विभागाध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर प्रसाद ने बताया कि लैब की स्थापना से जहां पीजी के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे वह बेहतर एमएस बन पायेंगे. इस के लिए छात्रों को सूबे से बाहर जाना पड़ता था. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के डॉक्टरों को भी इस लैब का लाभ मिलेगा. राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेज के छात्र भी यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं.
कुछ माह के बाद मरीजों को इस का फायदा मिल पायेगा. अधीक्षक डॉ शिव कुमार प्रसाद ने कहा कि पीजी के छात्रों के लिए यह लैब काफी महत्वपूर्ण साबित होगा. डॉ सत्येंद्र कुमार ने बताया कि इस मशीन से जन्मजात बहरापन,कान के मध्य भाग का जटिल ऑपरेशन संभव होगा. इससे पूर्व पीजी डॉक्टर ने प्रोजेक्टर के माध्यम से डमी ऑपरेशन को दिखाया. मौके पर डॉ एके वात्स्यायन मौजूद थे.केके शरण व डॉ किरण शरण सहित अन्य डॉक्टर व पीजी के छात्र उपस्थित थे.