22.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

स्कूल गेट के बाहर लगाते हैं बाइक व स्कूटी

स्कूल गेट के बाहर लगाते हैं बाइक व स्कूटी फ्लैग : अभिभावक जब तक नहीं चाहेंगे, तब तक नहीं बदल सकता सिस्टम- स्कूल प्रशासन को पता ही नहीं होता और बाइक व स्कूटी से बेधड़क स्कूल आते हैं छात्रसंवाददाता, पटनाशहर के स्कूलों में भले ही स्टूडेंट्स को बाइक या स्कूटी से आने की मनाही है, […]

स्कूल गेट के बाहर लगाते हैं बाइक व स्कूटी फ्लैग : अभिभावक जब तक नहीं चाहेंगे, तब तक नहीं बदल सकता सिस्टम- स्कूल प्रशासन को पता ही नहीं होता और बाइक व स्कूटी से बेधड़क स्कूल आते हैं छात्रसंवाददाता, पटनाशहर के स्कूलों में भले ही स्टूडेंट्स को बाइक या स्कूटी से आने की मनाही है, लेकिन अभिभावकों के तरफ से कोई रोक नहीं है. शायद यही कारण है कि बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स अपनी बाइक या स्कूटी से स्कूल पहुंचते हैं और स्कूल परिसर के बाहर ही गाड़ी खड़ी करके स्कूल में जाते हैं. इसका खुलासा पुलिस द्वारा पिछले तीन दिनों से चलाए जा रहे अभियान में हुआ है. ऐसे में किसी अनहोनी से बचने के लिए अभिभावकों को जगरूक होने की जरूरत है. स्कूल को नहीं पता पटना के कई स्कूलों में बाइक या स्कूटी लेकर आने पर पूरी तरह से पाबंदी है. बावजूद इसके इन गाड़ियों पर स्कूल यूनिफाॅर्म में स्टूडेंट सड़क पर नजर आ ही जाते हैं. स्कूल को पता नहीं होता कि स्टूडेंट्स बाइक या स्कूटी से स्कूल आ रहे हैं. क्योंकि स्टूडेंट्स अपनी गाड़ी स्कूल परिसर के बाहर ही पार्क करते हैं. स्कूटी से आने पर मिलती है सजा स्टूडेंट स्कूटी चला कर नहीं आयें, इसके लिए स्कूल अपने स्तर से स्टूडेंट्स को अवेयर करते हैं. कई स्कूल तो इसके लिए स्टूडेंट को सजा भी देते हैं. बच्चों का लाइसेंस तक रख लिया जाता है. माउंट कार्मेल हाइस्कूल में तो स्कूटी से आने पर स्टूडेंट काे कई बार अबसेंट लगाया गया है. डिसीप्लीन तोड़ने की सजा भी दी गयी. मंगलवार को भी कोतवाली थाने के पुलिस ने माउंट कार्मेल की चार लड़की को स्कूटी के साथ पकड़ा गया था. जब पुलिस स्टूडेंट को लेकर स्कूल पहुंची, तो प्रिंसिपल सिस्टर सुजाता ने अभिभावक से शिकायत करने को कहा. स्कूल की स्टूडेंट का हुआ था एक्सीडेंट कुछ साल पहले सेंट माइकल की एक गर्ल स्टूडेंट का स्कूटी चलाते हुए एक्सीडेंट हो गया था, जिसके बाद स्कूल में पूरी तरह से बाइक व स्कूटी चलाने पर रोक लगा दी गयी थी. स्कूल में इसके लिए स्टूडेंट को अवेयर किया गया था. इसके बाद जो भी स्टूडेंट बाइक या स्कूटी से आते थे, उनके अभिभावक को बुलाकर इसके लिए मना किया जाता था. स्कूल में सिर्फ साइकिल से आने की नोटिस लगा है. स्कूल प्रशासन के अनुसार गेट के बाहर भी अब कोई बाइक लगी होती है, तो स्टूडेंट्स से पूछताछ की जाती है. कोटस्कूल में बच्चे बाइक व स्कूटी से न आयें, इसके लिए अभिभावकों पर दबाव डालने की जरूरत है, क्योंकि स्कूल में बाइक लाना मना है. प्रशासन को अभिभावक पर इतना दबाव डालना चाहिए, जिससे बच्चों को बाइक या स्कूटी खरीद कर ही न दी जाये. फादर पीटर, प्रिंसिपल, सेंट माइकल हाइस्कूल स्कूल कैंपस में स्कूटी लाने की पाबंदी कई सालों पहले ही लगा दी गयी थी, लेकिन इसके बाद भी स्टूडेंट स्कूटी से आते हैं. कई बार स्कूटी जब्त भी की गयी, इसके बाद भी स्टूडेंट नहीं मानते हैं. अभिभावक को समझना चाहिए, वही इस पर रोक लगा सकते हैं. सिस्टर सुजाता, प्रिंसिपल, माउंट कार्मेल हाइस्कूल बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने को लेकर स्कूल कैंपस में स्टूडेंट को जागरूक किया जाता है. स्कूल डायरी पर भी इसकी जानकारी दी जाती है. अभिभावक को भी समझने की जरूरत है. जब तक अभिभावक गाड़ी देते रहेंगे, बच्चे चलायेंगे ही.ब्रदर सतीश, प्रिंसिपल, लोयेला हाइस्कूल\\\\B

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें