पटना: परिवर्तन रैली को लेकर शहर में ऑटो कम चले. इससे आवागमन के लिए लोगों को रिक्शे का सहारा लेना पड़ा. वहीं, सिटी बसों के नहीं चलने से सुबह दफ्तर जानेवाले लोगों को काफी परेशानी हुई. हालांकि, शाम चार बजे के बाद ऑटो का परिचालन सामान्य हो गया और लोगों ने राहत की सांस ली.
रिक्शावालों की रही चांदी : इस दौरान रिक्शावालों की चांदी रही. लोगों को 10 रुपये की जगह 40 रुपये तक देने पड़े. घंटों लोग सिटी बस व ऑटो का इंतजार करते दिखे. पटना जंकशन से गांधी मैदान के लिए खुलनेवाले ऑटो को छोड़ दें, तो अन्य में तय किराये से अधिक की वसूली हुई. मसलन, बोरिंग रोड चौराहा के लिए नौ की जगह 20 रुपये लिये गये. वहीं, फुलवारीशरीफ, बोरिंग कैनाल रोड व बेली रोड के लिए भी 20 से 25 रुपये तक किराया लिया गया. इन रूटों में ऑटो की संख्या इतनी कम थी कि अधिक पैसे देने के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों को पैदल ही सफर करना पड़ा.
एक -दो बसें ही दिखीं खड़ी : आम दिनों में बांकीपुर व मीठापुर बस स्टैंड खचाखच भरे रहते थे, वहीं बुधवार को सन्नाटा पसरा था. बांकीपुर बस पड़ाव में दो-तीन बसें खड़ी थीं. हालांकि, शाम में खुलनेवाली बसों की बुकिंग ली जा रही थी. दिन में बिहार के अन्य स्थानों पर जाने के लिए लोग काफी परेशान रहे.