पटना सिटी: अगमकुआं थाना क्षेत्र के भूतनाथ रोड स्थित निजी कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर सौरव का शव सोमवार को ऑफिस में ही मिला. घटना स्थल पर मिले साक्ष्य व तथ्य से पुलिस इस बात की आशंका जता रही है कि युवक ने जहर खा कर खुदकुशी की है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेजा है. घटना स्थल से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है. इसमें उसने खुदकुशी करने की वजह रुपये की ठगी को बताया है. घटना स्थल पर डीएसपी राजेश कुमार व फॉरेंसिक टीम भी पहुंची.
अंदर से बंद था दरवाजा
संपतचक निवासी ओम प्रकाश महतो का पुत्र सौरभ पटेल (26) बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी एमआइजी सेक्टर तीन ब्लॉक सात स्थित दवा कंपनी की एजेंसी में काम करता था. सोमवार की सुबह जब एजेंसी में काम करनेवाले दूसरे कर्मचारी पहुंचे, तब एजेंसी के अंदर का दरवाजा बंद था. काफी देर तक दरवाजा पीटने के बाद भी नहीं खुलने की स्थिति में कर्मचारियों ने सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची अगमकुआं थाना की पुलिस ने दरवाजा खोला. अंदर सौरभ सौरव का शव टेबुल के सहारे पड़ा था.
सल्फास खा दी जान
मौके पर अगमकुआं थाना पुलिस ने देखा कि सौरभ के शव के पास सल्फास की गोली चूर कर रखी है. मुंह से फेन निकल रहा था. इससे पता चला कि सल्फास खा कर ही उसने खुदकुशी की है. कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि देर शाम तक सौरभ कार्यालय में काम करने के बाद ताला लगा कर घर जाता था. शनिवार की रात वह घर नहीं गया. रविवार को कार्यालय बंद रहता है.सोमवार को मामला प्रकाश में आया.
क्या है सुसाइड नोट में
मृतक सौरव के सुसाइड नोट से यह बात स्पष्ट होती है कि ठगी के शिकार होने के कारण वह डिप्रेशन में था. सुसाइड नोट के अनुसार एक एजेंसी में नौकरी पाने के लिए मुकेश व सन्नी नाम के युवक ने फर्जीवाड़ा कर लगभग 50 हजार रुपये सौरभ से बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कराया था. सौरभ ने रुपये कई लोगों से कर्ज लेकर दिया था. जब उसे लगा के रुपये डूब गये और नौकरी भी नहीं मिली, तब इस स्थिति में उसने खुदकुशी का निर्णय लिया.