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नयी तकनीकों से जुड़े दूरस्थ शक्षिा

नयी तकनीकों से जुड़े दूरस्थ शिक्षा- इग्नू के कुलपति ने एनओयू के दीक्षांत समारोह में दिया दीक्षांत अभिभाषण – 28 गोल्ड मेडलिस्ट समेत 20 हजार छात्र छात्राओं को मिली डिग्री संवाददाता, पटना ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि पारंपरिक शिक्षा पद्धति में नूतन तकनीकों के प्रयोग तथा दूरस्थ शिक्षा में सेटेसाइट शिक्षा तथा ऑनलाइन एजुकेशन के […]

नयी तकनीकों से जुड़े दूरस्थ शिक्षा- इग्नू के कुलपति ने एनओयू के दीक्षांत समारोह में दिया दीक्षांत अभिभाषण – 28 गोल्ड मेडलिस्ट समेत 20 हजार छात्र छात्राओं को मिली डिग्री संवाददाता, पटना ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि पारंपरिक शिक्षा पद्धति में नूतन तकनीकों के प्रयोग तथा दूरस्थ शिक्षा में सेटेसाइट शिक्षा तथा ऑनलाइन एजुकेशन के प्रयोग ने शिक्षण क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है तथा शिक्षा को समावेशी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. अब आवश्यकता है कि दूरस्थ विश्वविद्यालय को भी सूचना एवं संचार टेक्नोलॉजी के माध्यम से जोड़ा जाय ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इससे लाभांवित हो सकें.’ एनओयू के दीक्षांत समारोह में दीक्षांत अभिभाषण के दौरान ये बातें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नागेश्वर राव ने कहीं. उन्होंने कहा कि दूरस्थ शिक्षा एवं सम्मुख शिक्षा में तालमेल कैसे बिठाया जाए यह भी एक महत्वपूर्ण समस्या है. इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि इग्नू ने सभी मुक्त विवि के लिए एक विवि कन्सोरटियम (इंटर यूनिवर्सिटी कन्सोरटियम) का गठन किया था. इसमें सभी राज्यों के मुक्त विवि शामिल हैं. इस अंतर विवि कन्सोरटियम द्वारा विभिन्न तकनीकों के माध्यम से उन्च शिक्षा के क्षेत्र में विकास का कार्य किया जा रहा है, जिसमें सूचना एवं संचार टेक्नोलॉजी की प्रमुख भूमिका है. इस कन्सोरटियम द्वारा सभी कार्यक्रमों के लिए गुणवत्तायुक्त स्वाधिगम सामग्रियों का विकास एवं मूल्यांकन के तरीकों, सतत देख रेख एवं निरीक्षण आदि कार्यों पर विचार किया जा रहा है. देश में प्रतिभा की कमी नहीं है जरूरत है उस प्रतिभा को निखारने की. दूरस्थ शिक्षा पद्धति की इस दिशा में विशेष भूमिका है. छात्रों से उन्होंने कहा कि वे अपना आचरण हर हाल में अच्छा रखें. अगले वर्ष से शुरू होंगे कई कार्यक्रम इस मौके पर विवि के कुलपति प्रो रास बिहारी सिंह ने कहा कि 2016 से विवि में कई नये पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की योजना है. इनमें आपदा प्रबंधन तथा गृह विज्ञान में एमए, एमएसी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स में बीएससी की पढ़ाई प्रांरभ करने की योजना है. मानव संसाधन प्रबंध में पीजी डिप्लोमा की पढ़ाई भी प्रारंभ की जायेगी. कम लागत पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हमारी प्रतिबद्धता है. इसका प्रमाण है कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय से उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राएं संख्या में प्रशासनिक सेवा में सफलता प्राप्त कर सके हैं. हम अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जिला और अनुमंडल स्तर पर अध्ययन केंद्रों की स्थापना की जायेगी. अधिकतर केंद्रों पर नामांकन के साथ काउंसलिंग की व्यवस्था होगी. विवि के शोध एवं प्रकाशन के कार्य को भी गतिमान बनाया गया है. 2015 में 20 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधी भी प्रदान की गई है. हम अब तक 10 शोध पत्र भी प्रकाशित कर चुके हैं. दुनिया भर में दूरस्थ शिक्षा प्रणाली हो रही लोकप्रिय : राज्यपाल पटना राज्यपाल सह कुलाधिपति राम नाथ कोविन्द ने कहा कि परम्परागत शिक्षा प्रणाली के समान ही आज संपूर्ण विश्व में दूरस्थ शिक्षा प्रणाली लोकप्रिय हो गई है. खुला विश्वविद्यालय के छात्र संघ लोक सेवा तथा राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में भी सफलताएं प्राप्त की हैं. राज्यपाल स्थानीय श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में नालंदा खुला विश्वविद्याल के नौवें दीक्षांत समारोह के अध्यक्ष के तौर पर संबोधित कर रहे थे. दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 28 टॉपरों को गोल्ड मेडल प्रदान किया. मौके पर 20 हजार छात्र छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई. उन्होंने कहा कि एनओयू भी उन विवि में एक है. यह विश्वविद्यालय ने केवल समाज में शिक्षा की मुख्य धारा से अभिवंचित वर्गों को भी शिक्षा प्रदान कर रहा है, जो माध्यमिक स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने के उपरान्त, पारंपरिक शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत प्रवेश नहीं लेकर रोजगार में लगे हैं. इस दीक्षांत समारोह में सम्मानित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए वे कहते हैं कि जो छात्र असफल हुए हैं उन्हें यह कहना चाहते हैं कि असफलता से नहीं घबराएं. वास्तव में प्रत्येक असफलता एक अवसर प्रदान करती हैं. यहि सतत परिश्रम, लगन एवं ईमानदारीपूर्वक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य किया जाये तो असफलता के बाद अभूतपूर्व सफलता प्राप्त होती हैं. इतिहास में ऐसे कई ‌उदाहरण हैं जो यह इंगित करते हैं कि कई महान विभूतियों ने अपने त्याग, अनवरत संघर्ष तथा परिश्रम के बल पर अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलताएं अर्जित कीं. केवल आवश्यकता इस बात की है कि आप अपने जीवन में असफलता से विचलित नहीं हों वरन उसे एक सुअवसर बनावें. उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह के बाद जीवन के जिस क्षेत्र में आप प्रवेश करने वाले हैं, उस क्षेत्र में आपकी कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी, चिंतन शक्ति, अभिव्यक्ति की क्षमता, कुशल नेतृत्व की योग्यता एवं समाज के प्रति संवेदनशीलता आदि मानकों के आधार पर ही समाज में आपका मूल्यांकन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान शताब्दी सूचना प्रौद्योगिकी का यूग है, जिसमें इंटरनेट से ज्ञान का भंडार किसी भी शिक्षार्थी के पास उपलब्ध है. अत: आप सब अपने ज्ञान के भंडार को निर्बाध बढ़ाते रहें. इंटरनेट से चंद मिनट में ही सारी सूचनाएं उपलब्ध हो जाती हैं, किंतु सूचनाओं की तत्काल संप्रेषणीयता एक कठिन चुनौती भी है. मैं एक परामर्श देना चाहुंगा कि उक्त सूचनाओं का परीक्षण जरूर कर लें. उन्होंने कहा कि बिहार कई महापुरुषों का जन्मभूमि रही है. इस राज्य में हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों एवं सूफी पैगम्बरों के अनेक ऐतिहासिक, धार्मिक एवं पवित्र स्थल अवस्थित है. नालंदा एवं विक्रमशिला के प्राचीन विश्वविद्यालों ने धर्म, दर्शन एवं साहित्य के क्षेत्र में सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित किया है. विश्व का प्रथम एवं प्राचीनतम गणराज्य भी इसी राज्य से विकसित हुआ. अाप इस विरासत को अक्षुण्ण रखने रखने में अपना हर संभव प्रयास जारी रखेंगे तथा अपनी स्वतंत्र खोज, चिन्तन एवं बौद्धिक विकास के माध्यम से राष्ट्र को प्रगति के मार्ग पर ले जाने का भगीरथ प्रयत्न करेंगे. विवि पारंपरिक पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त व्यवसायिक एवं कौशल विकास से संबंधित अधिकाधिक पाठ्यक्रमों का भी संचालन करे, ताकि देश के होनहार युवक-युवतियों को नियोजन एवं स्वरोजगार के अवसर सुगमता से उपलब्ध हो सकें. गोल्ड मेडलिस्टमैं लेक्चरर बनना चाहती हूं. इसकी तैयारी कर रही हूं. जॉब के साथ पढ़ाई करने के लिए डिस्टेंस एजुकेशन एक अच्छा आप्शन है. टॉप करने के लिए छात्रों को सजेशन यह है कि कोई भी विषय हो परीक्षा में ‌उसके प्रश्नों का उत्तर देने के लिए निश्चित पैटर्न बना लें और उस पर चलें. हर प्रश्न का उत्तर टू द प्वाइंट हो. श्रुति गोस्वामी, भूगोलकड़ी मेहनत और समय के मूल्य को समझेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी. मैं लेक्चरर बनना चाहती हूं. इसके लिए पढ़ाई कर रही हूं. इस तरह की सफलता के लिए फैमिली का सपोर्ट होना जरूरी है.कनक कुमारी, गणितहम प्रयास कर रहे हैं कि भोजपुरी को आठवीं सूची में शामिल किया जाये. यह एक समृद्ध भाषा है और इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. संतोष कुमार, भोजपुरीमैं यूजीसी नेट की तैयारी कर रहा हूं और आगे पीएचडी करना चाहता हूं. उम्मीद थी कि टॉप करूंगा क्योंकि इसके लिए मैंने काफी मेहनत की थी. जानकी नाथ मिश्रा, भौतिकीमैं आगे नेट और पीएचडी करना चाहती हूं. छात्रों से मैं कहना चाहूंगी कि जितना भी पढ़ो बस दिल से पढ़ो. दोस्ती उतनी ही करों जितने में पढ़ाई प्रभावित ना हो. मैं एक फैशन फोटोग्राफर हूं और इस काम को करते रहूंगी. इस सफलता का श्रेय मैं मम्मी-पापा और अपने पति को देना चाहती हूं. इशिता चाहत, एमजेएमसीटॉपर होने के लिए स्ट्रैटजी बनाकर पढ़ाई करना चाहिए. कुछ करने का हमेशा एटीट्यूड होना जरूरी है. डिस्टेंस एजुकेशन एक अच्छा प्लेटफाॅर्म हैं हम जैसे लोगों के लिए. मैं फौज में हूं और इसी की वजह से मैं अपना पीजी पूरा कर पाया. आगे मैं पीएचडी भी करना चाहता हूं. हरीश कुमार शाह, मनोविज्ञान\\\\B

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