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मैट्रिक परीक्षार्थियों को ई-मेल से एडमिट कार्ड

पटना : राज्य के करीब 16 लाख मैट्रिक परीक्षार्थियों को 2016 की मैट्रिक परीक्षा का एडमिट कार्ड इ-मेल से भेजा जायेगा. इसके लिए परीक्षार्थियों से फॉर्म पर ही एक इ-मेल लिया जायेगा. इसकी घोषणा गुरुवार को शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने की. सूचना भवन में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा, मैट्रिक परीक्षार्थियों से अब […]

पटना : राज्य के करीब 16 लाख मैट्रिक परीक्षार्थियों को 2016 की मैट्रिक परीक्षा का एडमिट कार्ड इ-मेल से भेजा जायेगा. इसके लिए परीक्षार्थियों से फॉर्म पर ही एक इ-मेल लिया जायेगा. इसकी घोषणा गुरुवार को शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने की. सूचना भवन में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा, मैट्रिक परीक्षार्थियों से अब तक सिर्फ एक मोबाइल नंबर लिया जाता
था, लेकिन अब आवेदन पत्र पर एक इ-मेल भी लिया जायेगा. इसमें बच्चों को एडमिट कार्ड की प्रति भेजी जायेगी, जिसका प्रिंट आउट निकाल कर वे परीक्षा दे सकेंगे. इसके साथ-साथ कोर्स मेटेरियल और परीक्षा के बाद रिजल्ट की कॉपी भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इसी इ-मेल पर भेज देगी.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो बच्चे अपने फॉर्म में इ-मेल आइडी नहीं दे सकेंगे, उनके आवेदन रद्द नहीं किये जायेंगे, बल्कि वे भी परीक्षा देने के पात्र होंगे. स्कूली बच्चों को आइटी से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग यह पहल कर रहा है.
उन्होंने कहा कि सेंटप परीक्षा के बाद मैट्रिक के परीक्षार्थी स्कूल नहीं आते हैं और वे घर पर ही तैयारी करते हैं, लेकिन इस बार सेंटप परीक्षा के बाद भी 10वीं के छात्र-छात्राओं को स्कूल आना होगा. सेंटप परीक्षा के बाद स्कूलों में ट्यूटोरियल कक्षाएं होंगी. इनमें सेंटप परीक्षा के रिजल्ट की समीक्षा होगी और बच्चे जिन विषयों में कमजोर होंगे, उन विषयों के रिविजन नोट्स से बच्चों को पढ़ाया जायेगा.
हर सप्ताह मैट्रिक परीक्षार्थियों का टेस्ट भी होगा. जिस विषय में बच्चे कमजोर नजर आयेंगे, उस पर ज्यादा ध्यान दिया जायेगा. जो बच्चे अप टू मार्क नहीं आयेंगे, उनके अभिभावकों के साथ शिक्षकों की मिटिंग भी होगी. इसके लिए सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि जिन स्कूलों में 10वीं का सिलेबस पूरा नहीं हुआ है, वहां अविलंब पूरा कराया जाये.
अशोक चौधरी ने कहा कि 2015 की मैट्रिक परीक्षा में जिन केंद्रों पर कदाचार हुआ था, वहां इस बार परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जायेगा. वहां नये सेंटर बनाये जायेंगे. इसके लिए जिलों को निर्देश दिये गये हैं. अगर कदाचार होता है, तो संबंधित सेंटर के केंद्राधीक्षक और जिले के डीइओ पर कार्रवाई की जायेगी.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डाॅ डीएस गंगवार ने कहा कि शिक्षा विभाग ने सभी विषयों के रिविजन नोट्स तैयार करने के लिए एससीइआरटी, बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद्, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति व आरडीडीइ पटना को निर्देश दिया गया है. इन रिवीजन नोट्स के साथ-साथ हर विषय के पांच-पांच मॉडल प्रश्न पत्र को मैट्रिक परीक्षार्थियों के इ-मेल, संबंधित स्कूलों के शिक्षकों के इ-मेल पर तो भेजा ही जायेगा, एससीइआरटी, बिहार बोर्ड और विभाग के वेबसाइट पर भी डाला जायेगा.
साथ ही फेसबुक के जरिये भी मैट्रिक परीक्षार्थियों का ग्रुप बना कर उसके माध्यम से परीक्षार्थियों के सवाल व शंकाओं को दूर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि मैट्रिक परीक्षा के कार्यक्रम 100 दिन पहले ही जारी कर दिये गये हैं. अब मुख्य सचिव समेत अन्य पदाधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग करा कर आगे का कार्यक्रम तय किया जायेगा.

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