स्टोरी: गोपालगंज व सीवान ने पटना काे पीछे छोड़ादिसंबर तक बिहार में तीन लाख 40 हजार लोग बना लेंगे पासपोर्ट, नहीं बचेगा कोई पेंडिंग मामला संवाददाता, पटना संवाददाता, पटना बिहार में पासपोर्ट बनवाने के मामले में सीवान और गोपालगंज के लोगों ने राजधानी पटना को काफी पीछे छोड़ दिया है. पढ़ने व नौकरी के लिए बाहर जाने के उद्देश्य के लिए इन दो जिलों में सबसे अधिक पासपोर्ट बनवाये गये हैं. आंकड़ों के मुताबिक इस साल सीवान के 57,120 लोगों और गोपालगंज के 57,189 लोगों का पासपोर्ट बना है. वहीं, पटना के 25,134 लोगाें ने पासपोर्ट बनावाया है. पासपोर्ट अधिकारियों की मानें, तो 2015 दिसंबर तक 3.40 लाख से अधिक पासपोर्ट निर्गत कर दिये जायेंगे और एक भी मामला पेंडिंग नहीं रहेगा. बाकी जिलों में भी किया जा रहा जागरूक पासपोर्ट बनाने में लोगों को परेशानी नहीं हो, इसको लेकर ऑनलाइन व्यवस्था की गयी है. आवेदकों को परेशानी नहीं हो , इसको लेकर पासपोर्ट सेवा केंद्र भी खोला गया है. जिन जिलों से आवेदन कम आते हैं, उन जिलों का सर्वे किया गया जा रहा है, ताकि इसका पता चल पाये कि वहां के लोग आवेदन करने में क्यों पिछड़ रहे हैं. इसकेे बाद उन्हें जागरूक किया जायेगा.गोपालगंज ®57,189सीवान®57,120पटना®25,134वेस्ट चंपारण®18,752सारण®16,470पासपोर्ट में कलर का आधारतीन कलर में बनता है पासपोर्ट – नीला : रेग्युलर और तत्काल, सामान्य लोगों के लिए.- सफेद : ऑफिशियल, सरकारी कामकाज से विदेश जाने वालों के लिए.- मैरून : डिप्लोमैटिक, भारतीय डिप्लोमेट्स और सीनियर सरकारी अधिकारियों के लिए. कितने समय में बनता है?- सामान्य : 40-45 दिन.- तत्काल : 3-7 दिन, इसमें दो हजार रुपये से अधिक खर्च होता है. ये लोग कर सकते हैं आवेदन – कोई भी भारतीय नागरिक.- एक दिन की उम्र के बच्चे से लेकर किसी भी उम्र के लोग. – पैरेंट्स का पासपोर्ट होने पर बच्चे का पासपोर्ट सिर्फ एफिडेविट के आधार पर बनाया जा सकता है. कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी – उम्र की जानकारी के लिए : बर्थ सर्टिफिकेट या 10वीं क्लास के पास सर्टिफिकेट की सेल्फ अटेस्टेड फोटोकॉपी. जिन लोगों के पास डेट ऑफ बर्थ सर्टिफिकेट नहीं है, उन्हें प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट से अटेस्टेड सर्टिफिकेट की कॉपी लगानी होती है. – पता की जानकारी के लिए : वोटर आई कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक या स्टेटमेंट, ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंश पॉलिसी, जरनल पाॅवर ऑफ अटर्नी, बिजली पानी आदि के बिल की सेल्फ अटेस्टेड फोटोकॉपी. किराये के मकान में रहने वालों को रजिस्टर्ड रेंट अग्रीमेंट के साथ एक और प्रूफ देना होता है. दूसरे प्रूफ के तौर पर पैन कार्ड, पासबुक डीएल आदि की कॉपी दे सकते हैं. फोटो : हमेशा फोटो तुरंत का खिंचवाया हुआ देना होता है. गोपालगंज व सीवान में सबसे अधिक लोगों ने पासपोर्ट बनवाया है. जहां के लोग कम आवेदन कर पाते हैं, वहां के कारण का पता लगाया जा रहा है और हर जिला में पासपोर्ट शिविर लगाया जा रहा है. शत्रुघ्न सिन्हा, पासपोर्ट ऑफिसर\\\\B
स्टोरी: गोपालगंज व सीवान ने पटना को पीछे छोड़ा
स्टोरी: गोपालगंज व सीवान ने पटना काे पीछे छोड़ादिसंबर तक बिहार में तीन लाख 40 हजार लोग बना लेंगे पासपोर्ट, नहीं बचेगा कोई पेंडिंग मामला संवाददाता, पटना संवाददाता, पटना बिहार में पासपोर्ट बनवाने के मामले में सीवान और गोपालगंज के लोगों ने राजधानी पटना को काफी पीछे छोड़ दिया है. पढ़ने व नौकरी के लिए […]
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