पटना: गांधी मैदान में सीरियल बम विस्फोट में घायल मरीजों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. सरकार से मदद की उम्मीद खत्म होते ही अस्पताल प्रबंधन ने भी अपना हाथ पीछे खीच लिया है. परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल प्रबंधक ने बगैर पैसे के इलाज करने से इनकार कर दिया है. परिजनों का कहना है कि भाजपा पैसे की जगह केवल आश्वासन दे रही है.
कई बार तकरार : राजेंद्रनगर स्थित प्राइवेट अस्पताल में बम विस्फोट में पिछले एक सप्ताह से पप्पू, धर्मनाथ व रामपुकार सिंह का इलाज चल रहा है. पैसे को लेकर अस्पताल प्रबंधक व मरीजों के बीच कई बार तकरार हो चुकी है. मरीज के परिजन हेमंत कुमार का कहना है कि मरीजों के इलाज का सारा खर्च भाजपा देगी. जबकि अस्पताल प्रबंधक का कहना है बकाया पैसे जमा किया जाये.
मरीज की हालत सीरियस : मरीज के परिजन जितेंद्र का आरोप है कि प्राइवेट अस्पताल प्रबंधक द्वारा मरीजों के रूटीन चेकअप व दवाओं के रोकने से सभी मरीजों की हालत गंभीर हो गई है. इस दौरान पप्पू के सांस रुकने की शिकायत परिजन ने अस्पताल प्रबंधक से की, लेकिन मौके पर डॉक्टर नहीं पहुंचे. इस कारण मरीज की हालत गंभीर हो गयी. मरीज के परिजन जब डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाने लगे, तो अस्पताल प्रबंधक ने पप्पू को वेंटिलेटर पर रख कर इलाज करना शुरू किया. निजी नर्सिग होम के प्रबंधक का कहना है कि मरीजों के इलाज में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है. पैसे की बात वह भाजपा के नेताओं से कर रहे हैं.