21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कोई बताये, कितने घाट सुरक्षित

छठ के दस दिन बाकी. बुडको, निगम के साथ प्रशासन भी लापरवाह पटना : छठ घाटों की तैयारी को लेकर केवल नगर निगम और बुडको ही नहीं, बल्कि प्रशासन भी लेट-लतीफ चल रहा है. अब तक कितने छठ घाट सुरक्षित हैं और कितने असुरक्षित हैं, यह प्रशासन को पता ही नहीं है. इस वजह से […]

छठ के दस दिन बाकी. बुडको, निगम के साथ प्रशासन भी लापरवाह
पटना : छठ घाटों की तैयारी को लेकर केवल नगर निगम और बुडको ही नहीं, बल्कि प्रशासन भी लेट-लतीफ चल रहा है. अब तक कितने छठ घाट सुरक्षित हैं और कितने असुरक्षित हैं, यह प्रशासन को पता ही नहीं है. इस वजह से यह जानकारी अब तक आ नहीं सकी है और घाटों पर काम शुरू नहीं हो सका है.
प्रमंडलीय आयुक्त ने लेटलतीफी देखते हुए जब व्यवस्था बनाने के लिए पहल की, तो फिर सभी 88 घाटों को 18 सेक्टर में बांट दिया गया और सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी नियुक्ति हुई.
सभी मजिस्ट्रेटों को दो नवंबर तक अपने घाटों की रिपोर्ट बता देनी थी. इसी में सुरक्षित और असुरक्षित घाटों के बारे में जानकारी देनी थी. लेकिन, अब भी यह काम पूरा नहीं हो सका है. निगम प्रशासन को जब घाटों पर काम शुरू नहीं करने के लिए कमिश्नर ने अल्टीमेटम दिया, तो उसने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांग ली. अब भी जिला प्रशासन यह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं कर सकी है.
घाटों की सूची नहीं हो सकी जारी
दो नवंबर तक सभी सुरक्षित और असुरक्षित घाटों की जानकारी पदाधिकारियों को ही नहीं, आम लोगों को प्रसार के माध्यमों के जरिये देने का निर्देश जारी हुआ था, पर यह काम नहीं हो सका.
इधर कुछ घाटों को छोड़ कर अधिकतर घाटों पर समस्याएं बरकरार हैं. घाट जाने के संपर्क पथोें की हालत खराब है. सड़क बनी नहीं है, लाइटिंग की भी व्यवस्था नहीं की गयी है. कुर्जी घाट, 83 और 88 नंबर घाट, 92 तथा 93 नंबर घाट के पथों की हालत बेहद खराब है.
लाइटिंग की भी नहीं हुई व्यवस्था
महावीरघाट, नौजरघाट, सीढ़ी घाट, दुल्लीघाट, मीतनघाट, आदर्शघाट सहित विभिन्न घाटों के संपर्क पथों पर लाइटिंग की व्यवस्था नहीं हुई है. इन इलाकों में शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है.
छठ में इन घाटों पर व्रतियों की भीड़ जुटती है. लोग दूर-दूर से यहां अर्घ देने आते हैं. महावीरघाट पर ग्रामीण क्षेत्र के लोग जुटते हैं. स्थानीय लोगों ने भी घाटों के संपर्क पथों पर लाइटिंग की समुचित व्यवस्था किये जाने की मांग प्रशासन से की है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें