पटना. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर-पूर्व क्षेत्र के कार्यवाह डाॅ मोहन सिंह ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने आरक्षण के संबंध में जो विचार दिया था, उसे तोड़–मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है. आरक्षण के संबंध में संघ के विचार के बारे में भ्रम की स्थिति उत्पन्न की जा रही है. संघ इस प्रकार के कार्रवाई की निंदा करता है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मानना है कि सामाजिक न्याय और समरसता के लिए आरक्षण की संवैधानिक व्यवस्था को आवश्यक रूप में जारी रहना चाहिए. संघ संविधान प्रदत्त आरक्षण व्यवस्था के लिए कटिबद्ध है.
आरक्षण की सुविधा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अत्यंत पिछड़े अौर अन्य पिछड़े वर्गों को मिले और संविधान निर्माताओं के उद्देश्य सफल हों, ऐसा संघ का मानना है. आरक्षण व्यवस्था का राजनीतिकरण न किया जाये.