पटना: नगर निगम सशक्त स्थायी समिति की बैठक मंगलवार को हंगामेदार रही. मेयर व समिति के सदस्यों ने मिल कर आयुक्त को कई बिंदुओं पर घेरा. रोक के बावजूद हो रहे अपार्टमेंट निर्माण और फिर विजिलेंस का केस दर्ज किये जाने की कार्यवाही को सदस्यों ने खानापूर्ति करार दिया, तो 60 लाख रुपये को बीआरजेपी से वापस लौटने के लिए कहा.
महापौर अफजल इमाम के निजी सहायक शैलेंद्र कुमार (दिनचर्या लिपिक) के निलंबन का मुद्दा बैठक में खूब गरमाया. सदस्यों ने आयुक्त पर सवाल उठाया कि संतोष अपार्टमेंट के छोटे कर्मचारी को निलंबित कर मामले को यह कह कर रफा-दफा कर दिया गया कि पता किया जा रहा है, जबकि शैलेंद्र को सीधे निलंबित क्यों किया गया. सदस्यों ने शैलेंद्र के निलंबन वापसी का प्रस्ताव पारित किया. वहीं, सशक्त स्थायी समिति की बैठक से इस बार मीडिया को दूर रखा गया. इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया के कई पत्रकार बैठक में शामिल होने आये थे, लेकिन कार्रवाई शुरू होने के पहले महापौर के कार्यालय कक्ष में जाने लगे, तो उन्हें अंदर जाने से रोका गया.
इनकी हुई समीक्षा
पांच लाख, 10 लाख व 15 लाख की योजनाओं का भुगतान
चापाकल व लाइट लगाने की प्रगति
छठ के पहले हर वार्ड में 25-25 सीएफएल बल्ब लगाने की योजना
निगम क्षेत्र में यूरिनल बनाने की समीक्षा
मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स में शौचालय, पार्किग एवं लिफ्ट (पीएससी ऑफिस) की व्यवस्था