Advertisement
फिरौती के लिए किया अगवा, फिर हत्या
पटना : सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के बीएनआर ट्रेनिंग कॉलेज मोड़ के समीप स्थित नगीना मार्केट के पहले तल्ले में मिले शव की पहचान बहादुर पुर थाने से अपह्त छात्र मनीष कुमार उर्फ छोटू के रूप में की गयी है. इसके अगवा होने की प्राथमिकी बहादुरपुर थाने में दर्ज की गयी थी और परिजनों ने बताया […]
पटना : सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के बीएनआर ट्रेनिंग कॉलेज मोड़ के समीप स्थित नगीना मार्केट के पहले तल्ले में मिले शव की पहचान बहादुर पुर थाने से अपह्त छात्र मनीष कुमार उर्फ छोटू के रूप में की गयी है. इसके अगवा होने की प्राथमिकी बहादुरपुर थाने में दर्ज की गयी थी और परिजनों ने बताया था कि वह 12 अक्तूबर की शाम को अचानक ही गायब हो गया. यह मूल रूप से नवादा का रहने वाला था और बहादुरपुर थाने के एक लॉज में रह कर पढाई करता था.
वह इंटर का छात्र था. इस मामले में पुलिस ने नवादा के काशीचक के रहने वाले राजेश नाम के एक युवक को पकड़ा है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने राजेश के साथ ही दो अन्य अपराधियों को भी पकड़ लिया है. ये सभी बहादुरपुर में मनीष के लॉज के अगल-बगल के ही लॉज में रहते थे. सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि राजेश ने ही मनीष को बुलाया था और फिर अपराधियों के हवाले कर दिया था.
राजेश ने पुलिस को बताया है कि उन लोगों की मंशा थी कि मनीष की पहले हत्या कर दी जाये और फिर फिरौती की रकम वसूली जाये. इधर उससे पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि उसके साथ रहे तीन अन्य अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था और घटना के बाद वे सभी दो-दो की संख्या में कमरे से निकल गये थे. इसके पूर्व उन लोगों ने उक्त छात्र के शरीर के टुकड़े को पॉलिथीन में डाल ठिकाने लगाने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग कामयाब नहीं हो पाये और फिर छोड़ कर फरार हो गये.
सीसीटीवी कैमरे से हुई पहचान
सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने राजेश की पहचान की थी. उसे मनीष के घरवाले भी पहचानते थे. जैसे ही सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज में आयी तसवीर को पुलिस वालों ने परिजनों को दिखाया तो वे लोग पहचान गये. इसके बाद राजेश को पकड़ लिया और उसने सारे मामले का खुलासा कर दिया और तीन अन्य अपराधियों के नामाें का खुलासा कर दिया, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
12 अक्तूबर की शाम ही मनीष की हत्या कर हो गये थे फरार
जैसे ही राजेश ने मनीष को बुलाया और उसे नगीना मार्केट के कमरे में ले गया तो उसी दिन अपराधियों ने उसकी हत्या धारदार चाकू से कर दी थी. इसके बाद वे लोग वहां से फरार हो गये.
राजेश ने ही दी थी अपराधियों को धनी होने की जानकारी
बताया जाता है कि मनीष को राजेश जानता था और उसने ही अपराधियों को बताया था कि वह काफी धनी परिवार से संबंधित है. इसके बाद ही उसे अगवा करने की साजिश रची. इसके लिए छह अक्तूबर को ही नगीना मार्केट में कमरा किराये पर ले लिया गया और फिर 12 अक्तूबर की शाम मनीष को बुलाया और फिर घटना को अंजाम दे दिया गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement