पटना सिटी: तनाव, तकरार व अड़चनों की वजह से सोमवार को चौक शिकारपुर उपरि सेतु के निर्माण के लिए 65 मकानों व दुकानों को तोड़ने का मामला लटक गया. प्रशासनिक अधिकारी मंगलवार को दोबारा वहां अभियान चलाने के लिए पहुंचेगे. वहीं दूसरी ओर जमीन के मालिक व दुकानदार मोहलत की मांग को ले मंगलवार को विरोध में दुकानें बंद रखेंगे.
क्या है मामला
छह वर्षो से निर्माणाधीन चौक शिकारपुर उपरि सेतु के निर्माण कार्य के लिए उत्तर दिशा में अधिगृहीत किये गये मकानों को 21 अक्तूबर तक खाली करने का आदेश एसडीओ त्याग राजन एसएम ने दिया था. यह आदेश 65 ऐसे मकान मालिकों को दिया गया जिनको मुआवजा दिया जा चुका है. ऐसे में मुआवाजा लिये लोगों को खुद अधिगृहीत भूमि खाली करने को कहा गया था, लेकिन उनके द्वारा समयसीमा के अंदर मकान व दुकान खाली नहीं किया गया.
सूची नहीं थी उपलब्ध
मकानों व दुकानों को तोड़ने व खाली कराने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के सामने भी अड़चन आयी. बताया जाता है कि दंडाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम व चौक पुलिस पहुंची. दंडाधिकारी ने निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रभाकर कुमार सिंह से मुआवजा पाये लोगों की सूची व चिह्न्ति किये गये स्थल के बारे में जानकारी चाही, तो उन्होंने सूची नहीं होने की बात कही. ऐसे में किस मकान व दुकान को तोड़ना है स्पष्ट नहीं हो सका.
सूची नहीं रहने की स्थिति में निर्णय लिया गया कि मंगलवार को भूमि उपसमाहर्ता की उपस्थिति में मकानों व दुकानों को तोड़ने का अभियान चलाया जायेगा. इधर, प्रशासन ने दुकानदारों के विरोध को देखते हुए मंगलवार को पर्याप्त संख्या में पुलिस बल के साथ अभियान चलाने का निर्णय लिया है. एसडीओ ने जिला प्रशासन को पुलिस बल उपलब्ध कराने के लिए लिखा है, ताकि मकानों व दुकानों को तोड़ा जा सके.