पटना: गरमी में इस बार लोगों को पेयजल समस्या से निजात मिलेगी. इसके लिए पीएचइडी ने जिलों में पेय जलापूर्ति व्यवस्था दुरुस्त करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है. विभाग ने सभी जिलों के पीएचइडी अधिकारियों को दिसंबर से ही भूगर्भ जल स्तर की मापी कराने का निर्देश दिया है. यही नहीं, गांव-टोलों और मोहल्लों में लगे सरकारी और संस्थागत चापाकलों का सव्रे कराने का भी विभाग ने निर्णय लिया है.
गरमी और सुखाड़ के कारण 24 जिलों में गंभीर पेयजल संकट था. कई जिलों में विभाग को टैंकरों में पानी पहुंचाना पड़ा था. विधायक और विधान पार्षद के कोटे से चापाकल लगाने का भी काम नहीं हुआ था. 2013-14 में विधायक और विधान पार्षदों के कोटे से 55221 चापाकल लगाये जाने की योजना है.
मंत्रिमंडल की बैठक में इसके लिए 240 करोड़ की स्वीकृति भी मिल चुकी है. योजना के तहत शहरी वार्डो में पांच, नगर पर्षद और नगर पंचायत के वार्डो में दो-दो चापाकल लगने हैं. सभी प्रमंडलों के क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं की देखरेख में काम होगा. उन्हें गांव,टोला तथा मोहल्लों में लगे चापाकलों का सव्रेक्षण कराने को कहा गया है. क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं से वैसे इलाकों की सूची बनाने को कहा गया है,जहां-जहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जा सकता है.