पटना: माता व शिशु को स्वस्थ रखना राज्य का मुख्य उद्देश्य है. बिहार में शिशु मृत्यु दर में कमी आयी है. लेकिन इसे और नीचे लाना है. ये बातें स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहीं.
वे शनिवार को मदर्स डे की पूर्व संध्या पर सेव द चिल्ड्रेन की ओर से आयोजित कार्यक्रम ‘स्टेट ऑफ द वर्ल्ड मदर्स रिपोर्ट ’ जारी कर रहे थे.उन्होंने बताया एसआरएस सर्वे 2011 के अनुसार में भारत में जहां मातृ मृत्यु दर 212 थी , वहीं बिहार में 261 थी. लेकिन वर्ष 2012 में बिहार का शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत (24) के बराबर है.
इसे 15 फीसदी कम करना है. मंत्री ने बताया कि चिकित्सा के क्षेत्र में 62 सौ करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे है. जिसमें 265 करोड़ दवाओं में खर्च होते हैं. मातृ मृत्यु दर में कमी लाकर दवाओं पर खर्च की जाने वाली राशि को कम किया जा सकता है.