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सूबे में बढ़ता अपराध जदयू सरकार के कुशासन का सैंपल : नंदकिशोर
पटना : विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि सूबे में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ जदयू सरकार के कुशासन का सैंपल है. सरकार, पुलिस, प्रशासन सब ठप है और पूरे राज्य को अपराधियों के हवाले कर दिया गया है. सरकार के मुखिया को जब उन्हें बाल–नाखून के सैंपल जुटाने का इतना […]
पटना : विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि सूबे में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ जदयू सरकार के कुशासन का सैंपल है. सरकार, पुलिस, प्रशासन सब ठप है और पूरे राज्य को अपराधियों के हवाले कर दिया गया है. सरकार के मुखिया को जब उन्हें बाल–नाखून के सैंपल जुटाने का इतना शौक है कि हर दिन इसपर बयानबाजी करते हैं तो बढ़ते अपराध के हर दिन सामने आ रहे सैंपल को लेकर क्यों नहीं कुछ बोल रहे हैं. यादव ने पूछा है कि मुख्यमंत्री बता दें कि बिहार कहां सुरक्षित है.
राजधानी में दिनदहाड़े गोली मारकर साढ़े तीन लाख रुपये लूट लिये गये. बाढ़ में पेट्रोल पंप कर्मी को गोली मारकर सवा दो लाख रुपये लूट लिये गये, बेगूसराय में व्यापारी से सात लाख रुपये की लूट हो गयी, समस्तीपुर में मजदूर नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी.
रक्सौल में पुजारी का सिर काट कर हत्यारे अपने साथ ले गये और इनमें से एक भी घटना के आरोपियों को पुलिस दो दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई. ये कौन सा कानूनराज है. क्या ऐसे ही अपराधी बेलगाम रहेंगे क्या बिहार की जनता भय के माहौल में रहेगी तरह–तरह के आंकड़े गिनाकर बिहार के लोगों की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश क्या नाकामियों पर पर्दा डालने की कोशिश नहीं है.
आखिर किस आधार पर नीतीश कुमार बिहार में कानूनराज कायम करने का दावा करते हैं. क्यों सरकार व पुलिस प्रशासन अपराधियों के आगे पंगु हो गया है.
बिहार में कानून–व्यवस्था ठप होना सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि सामाजिक चिंता का भी बड़ा मुद्दा है.
नागरिकों की जानमाल की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन मौजूदा सरकार ने सिर्फ चुनावी चिंता और भाजपा पर आरोप लगाने को ही अपनी जिम्मेदारी समझ ली है. इस साल अब तक करीब 2000 हत्याएं हो चुकी हैं.
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