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पटना से चुराया कोड, रूस में कराया डिकोड और ले उड़े पैसे

सूरत से लाये गये नौ जालसाज भेजे गये जेल पटना : एटीएम के साॅफ्टवेयर को हैक कर करोड़ों की निकासी करनेवाले जालसाज गिरोह के नौ सदस्यों को पुलिस की टीम मंगलवार की देर रात पटना लेकर पहुंची. बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश के बाद सभी को बेऊर जेल […]

सूरत से लाये गये नौ जालसाज भेजे गये जेल
पटना : एटीएम के साॅफ्टवेयर को हैक कर करोड़ों की निकासी करनेवाले जालसाज गिरोह के नौ सदस्यों को पुलिस की टीम मंगलवार की देर रात पटना लेकर पहुंची. बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश के बाद सभी को बेऊर जेल भेज दिया गया.
ये एटीएम के अंदर जाने के बाद की-बोर्ड की मदद से एटीएम की सुरक्षा का कोड जान लेते थे और फिर रसियन एक्सपर्ट की मदद से उसे डिकोड कर एटीएम को बिना नुकसान पहुंचाये पैसा निकाल लेते थे. पटना पुलिस इन्हें रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी. यह गिरोह बिहार, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात में एटीएम से अब तक 30 करोड़ से अधिक रुपये निकाल चुका है.
बिहार में इस गिरोह ने पांच करोड़ से अधिक निकाले हैं और केवल पटना की एटीएम से चार करोड़ निकाल चुका है. इस संबंध में कोतवाली, पीरबहोर, कंकड़बाग, जक्कनपुर, दीघा, बुद्वा कॉलोनी, पाटलिपुत्र थाने में मामले दर्ज हैं. यह गिरोह देश में घूम-घूम कर एटीएम से पैसा निकालने का काम करता है. खास बात यह है कि यह गिरोह एक ही दिन उस राज्य में रहता है और घटना को अंजाम देने के बाद निकल जाता है. पुलिस के पास जब तक शिकायत पहुंचती है व पुलिस सक्रिय होती है, तब तक इसके सदस्य दूसरे राज्य में मस्ती कर रहे होते हैं.
23 दिन पहले पकड़े गये थे सूरत में
एक माह पहले ही गुजरात के सूरत में यह गिरोह पकड़ा गया था. गुजरात के कई जिलों में एटीएम से पैसा निकालने की घटनाएं सामने आने के बाद वहां की पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद इन सभी को एक-एक कर पकड़ा. इनमें रीतेश उर्फ अमित उर्फ विकाश चतुर्वेदी (नवीनगर, कानपुर), सुनील सिंह (इंदौर, मध्यप्रदेश), शंभु सिंह उर्फ करण सिंह (हरखपुरा, बेगूसराय), जहांगीर जमाल शेख (लखीसराय), गौतम सिंह (तेघड़ा, बेगूसराय), मेहराज अंसारी (महाराष्ट्र), शोएब शेख (महाराष्ट्र), शोएब खान (बदायूं रोड, बरेली, यूपी) व रतन गुप्ता (अहमदाबाद) शामिल हैं.
बिना सुरक्षागार्ड वाले एटीएम में दिया था घटना को अंजाम
ये लोग वैसे एटीएम को निशाना बनाते थे, जहां कोई गार्ड नहीं होता था. वहां ये लोग आसानी से एटीएम के साॅफ्टवेयर को हैक कर पैसा निकाल लेते थे और बैंक को इसकी भनक भी नहीं लग पाती थी. मात्र आधा घंटे के अंदर यह गिरोह एटीएम का सारा पैस लेकर निकल जाते थे. वे एटीएम के सर्वर व सॉफ्टवेयर को अपने नियंत्रण में ले लेते थे और फिर पैसा निकाल लेते थे.
पकड़े गये सभी एटीएम व कंप्यूटर के एक्सपर्ट हैं और अच्छे-अच्छे संस्थानों से डिग्री ले चुके हैं. पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि यह गिरोह एटीएम से पैसे निकालने में रसियन एक्सपर्ट की मदद भी लेते थे. ये लोग एटीएम के अंदर जाने के बाद की-बोर्ड की मदद से एटीएम की सुरक्षा का कोड जान लेते थे. इसके बाद ये लोग रसियन एक्सपर्ट से इ-मेल के माध्यम से उसे डिकोड करने का तरीका पूछते थे. वे एक्सपर्ट इन लोगों से ऑनलाइन फीस लेने के बाद डिकोड करने का तरीका बता देते थे और सुरक्षा कोड डिकोड होते ही यह गिराेह बिना एटीएम को नुकसान पहुंचाये पैसा निकाल लेता था.
दीघा में 20 लाख की निकासी मामले में रिमांड पर लेकर पटना आयी है पुलिस
अप्रैल में इस गिरोह ने दीघा थाना क्षेत्र में विभिन्न बैंकों की एटीएम से करीब 20 लाख की निकासी कर ली थी. इसी मामले में पटना पुलिस ने इस गिरोह के तमाम सदस्यों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आयी है.
गिरोह का सरगना पकड़ा गया था आगरा से
गिरोह का सरगना इंदौर का सुनील सिंह है. इसे पांच मई को आगरा में सूरत पुलिस ने फाइव स्टार होटल से पकड़ा था. दो मई को इसके गिरोह के आठ सदस्यों को सूरत पुलिस ने पकड़ लिया था. यह आगरा में बैठ कर गिराेह को संचालित कर रहा था. सुनील का ही संबंध रसियन एक्सपर्ट से था. सिटी एसपी मध्य चंदन कुशवाहा ने बताया कि फिलहाल कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है और रिमांड पर लेने की प्रक्रिया जारी है.

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