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पीएमसीएच इमरजेंसी में मिलने के समय का किया जायेगा निर्धारण
पटना : पीएमसीएच इमरजेंसी में 15 अगस्त से अब एक मरीज के साथ मात्र एक परिजन को जाने दिया जायेगा. यह निर्णय इमरजेंसी में देर रात काम करनेवाले जूनियर डॉक्टरों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए लिया गया है. हाल के दिनों में तीन बार इमरजेंसी व वार्ड में हंगामा हो चुका है. इस कारण […]
पटना : पीएमसीएच इमरजेंसी में 15 अगस्त से अब एक मरीज के साथ मात्र एक परिजन को जाने दिया जायेगा. यह निर्णय इमरजेंसी में देर रात काम करनेवाले जूनियर डॉक्टरों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए लिया गया है. हाल के दिनों में तीन बार इमरजेंसी व वार्ड में हंगामा हो चुका है. इस कारण से घंटों काम बाधित भी रहा और जूनियर डॉक्टरों ने बाद में प्राचार्य व अधीक्षक से लिखित शिकायत की. नये नियम को इमरजेंसी के साथ अब वार्ड में भी इसे सख्ती से लागू किया जायेगा.
रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मिलेगा अटेंडेंट पास
मरीज जब इमरजेंसी व ओपीडी में रजिस्ट्रेशन करायेगा, तो उनके रजिस्ट्रेशन परची में इस बात का जिक्र रहेगा कि एक मरीज के साथ सिर्फ एक परिजन जाये. ऐसा नहीं करनेवालों पर अस्पताल प्रशासन कार्रवाई करेगा. इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने एक अटेंडेंट पास बनाया है, जो काउंटर पर ही दे दिया जायेगा. कार्ड वाले व्यक्ति ही अंदर जा सकेंगे. बाद में कार्ड को काउंटर पर लौटाना अनिवार्य होगा. ऐसा नहीं करनेवाले परिजन या मरीजों पर जुर्माना लगाया जायेगा.
एमआर का समय तय होगा
ओपीडी के समय परिसर में एमआर नहीं जा सके, इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है. अगर किसी चिकित्सक के पास तीन बजे के पहले एमआर मिलेंगे, तो उस चिकित्सक से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा.
परिसर में मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए इस नयी व्यवस्था लागू की जा रही है. हाल के दिनों में इसकी शिकायत भी मिली है कि ओपीडी में बिचौलियों का आवागमन बढ़ गया है और वे भरती मरीजों तक भी पहुंच जाते हैं. ऐसे असामाजिक तत्वों को रोकने के लिए कदम उठाया गया है.
– डॉ लखींद्र प्रसाद, अधीक्षक, पीएमसीएच
विभागों से मिलेगा भरती व डिस्चार्ज होने का ब्योरा
पटना : पीएमसीएच में भरती व डिस्चार्ज होनेवाले मरीजों का ब्योरा परिजन भी आराम से ले पायेंगे. इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने सभी विभाग के ओपीडी, इमरजेंसी व वार्ड में भरती मरीजों का ब्योरा संबंधित विभाग में भी रखने की रणनीति तैयार की है. इसके सहारे कभी भी परिजन अपने मरीज का पूरा ब्योरा ले सकेंगे.
अस्पताल अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद ने बताया कि बहुत बार देखने को मिलता है कि भरती मरीज की सूचना भी परिजन को नहीं मिल पाती है.
इससे परिजन डॉक्टरों से भिड़ जाते हैं. सभी विभागों का हर दिन डाटा बेस तैयार किया जायेगा, इसके लिए विभागों को कंप्यूटर से जोड़ा जायेगा. वहां से संबंधित मरीजों के बारे में सभी जानकारी मिल पायेगी. डाटा बेस में ओपीडी के मरीजों की भी जानकारी रहेगी.
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