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बिहार की अगड़ी जाति का नेता सीएम बनने की नहीं रख रहा चाहत: गिरिराज सिंह

बिहार एनडीए के अगड़ी जाति के नेता सामाजिक-समरसता के साथ सूबे का विकास चाहते हैं संवाददाता, पटना केंद्रीय राज्य मंत्री व भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा है कि अगड़ी जाति का कोई नेता बिहार का मुख्यमंत्री बनने का चाहत नहीं रखता. खास कर एनडीए में बिहार के अगड़ी जाति के नेता तो सीएम बनना […]

बिहार एनडीए के अगड़ी जाति के नेता सामाजिक-समरसता के साथ सूबे का विकास चाहते हैं संवाददाता, पटना केंद्रीय राज्य मंत्री व भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा है कि अगड़ी जाति का कोई नेता बिहार का मुख्यमंत्री बनने का चाहत नहीं रखता. खास कर एनडीए में बिहार के अगड़ी जाति के नेता तो सीएम बनना नहीं ही चाहते हैं. वे चाहते हैं सामाजिक-समरसता के साथ सूबे का विकास हो. गिरिराज सिंह का यह बयान उस समय आया है जब भाजपा और एनडीए में मुख्यमंत्री पद को लेकर तरह-तरह के बयान आ रहे हैं. लोजपा को छोड़ दिया जाये तो भाजपा की सहयोगी पार्टी रालोसपा ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. वहीं, भाजपा में सुशील कुमार मोदी, नंदकिशोर यादव, डा सीपी ठाकुर, प्रेम कुमार को भावी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है.केंद्रीय मंत्री ने शनिवार को कहा कि 25 वर्षों से तो लालू प्रसाद और नीतीश कुमार का ही बिहार में राज रहा है. दोनों नेताओं को बताना चाहिए कि आज भी बिहार के 71 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे रहने को क्यों विवश हैं. 71 प्रतिशत लोगों की वार्षिक आय पांच प्रतिशत से आगे क्यों नहीं बढ़ी? नीतीश कुमार तो बातें बड़ी ऊंची करते हैं, किंतु काम करने में सबसे नीचे रह जाते हैं. एटम बम से तबाह हुआ जापान पांच साल में उठ कर खड़ा हो गया, किंतु लालू-नीतीश राज में 25 वर्षों में बिहार का क्या हश्र हुआ, सभी जान रहें. जब-तक भाजपा सरकार में थी, बिहार को ऊंचाई पर ले जाने के मोरचे पर कुछ काम हुआ भी, किंतु दो वर्षों में फिर सूबा नीचे आ गया. नीतीश कुमार पर लालू प्रसाद का असर साफ-साफ दिखने लगा है. वे समाज तोड़क भाषा का इस्तेमाल करने लगे हैं.

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