पटना: विश्व प्लास्टिक सजर्री दिवस पर एम्स,पटना में बुधवार को कुष्ठ रोगियों की पहली सजर्री हुई. पटना के मरीज का हाथ विकृत हो गया था.
इस कारण उंगलियां चलाने और अन्य काम करने में परेशानी हो रही थी. सजर्री के बाद अब वह सामान्य जीवन जी सकेगा. संस्थान के निदेशक डॉ जीके सिंह ने कहा कि एम्स के प्लास्टिक सजर्री विभाग में पहली सफल सजर्री हुई है,जिसे करने में डेढ़ घंटे का समय लगा.
इसमें सजर्री विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ वीना कुमारी, डॉ उमेश कुमार भदानी, डॉ निशांत सहाय व डॉ चांदनी थे. दूसरी ओर देर शाम आइएमए हॉल में कार्यशाला हुई. पीएमसीएच प्लास्टिक सजर्री विभाग के एचओडी डॉ विद्यापति चौधरी ने सजर्री के इतिहास की चर्चा की. कार्यशाला में डॉ बीके शर्मा ने माइक्रोवैस्कुलर रिकंस्ट्रक्शन सजर्री पर चर्चा की.