पार्टी को या विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार को चुनाव पूर्व यदि लगेगा कि उनके क्षेत्र में और अधिक सभाएं की जरूरत हैं, तो और अधिक सभाएं की जायेंगी. यदि किसी खास नेता के दौरे से विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पक्ष में मतदाता गोलबंद हो सकते हैं, तो उस क्षेत्र में संबंधित नेता को भेजने की व्यवस्था भी की जायेगी.
चुनाव प्रचार के लिए राज्य को चार डिवीजन (मंडल) में बांटा गया है. बेगूसराय, सहरसा, मुजफ्फरपुर और पटना. इन चार डिवीजन में राज्य के सभी जिलों को समाहित किया गया है. उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर से शिवहर, मोतिहारी, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी आदि जिलों के चुनाव प्रचार पर नजर रखी जायेगी, वहीं सहरसा डिविजन से सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, मधेपुरा आदि जिलों के चुनाव प्रचार को देखा जायेगा.