पटना/किशनगंज: सीकू की पिटाई मामले ने तूल पकड़ लिया है. सीकू का बयान दर्ज करने के लिए दो पुलिस पदाधिकारी को पटना भेजा गया है. एसपी राजीव रंजन ने कहा कि किशनगंज पुलिस पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है तथा बहुत जल्द पूरे मामले का खुलासा कर दिया जायेगा. हालांकि उन्होंने साफ-साफ […]
पटना/किशनगंज: सीकू की पिटाई मामले ने तूल पकड़ लिया है. सीकू का बयान दर्ज करने के लिए दो पुलिस पदाधिकारी को पटना भेजा गया है. एसपी राजीव रंजन ने कहा कि किशनगंज पुलिस पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है तथा बहुत जल्द पूरे मामले का खुलासा कर दिया जायेगा. हालांकि उन्होंने साफ-साफ कहा कि युवक की पिटाई में किशनगंज पुलिस का दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं है.
पटना स्थित रूबन हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ रहा श्याम नारायण उर्फ सीकू भारद्वाज, मुरैना कोंचगण निवासी बीएसएफ के द्वारा आयोजित जीडी परीक्षा में भाग लेने आया था तथा गत एक जुलाई को खगड़ा स्टेडियम में आयोजित शारीरिक परीक्षा में भाग लेने के दौरान उसकी झड़प बीएसएफ जवानों से हो गयी थी तथा बीएसएफ जवानों द्वारा की गयी पिटाई से सीकू गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल सीकू को बीएसएफ ने इलाज हेतु स्थानीय सदर अस्पताल में भर्ती न करा कर बीएसएफ हेड क्वार्टर स्थित बीएसएफ अस्पताल में उसका इलाज कराया गया था.
एसपी ने बताया कि इलाज के बाद सीकू मामले की शिकायत दर्ज कराने स्थानीय सदर थाना आया था परंतु उसके थाना पहुंचते ही पीछे पीछे बीएसएफ जवान भी थाना आ पहुंचे और सीकू को अपने साथ ले गये. उन्होंने बताया कि घटना के वक्त शहर के कई गणमान्य व्यक्ति व मीडिया के लोग भी थाना में मौजूद थे तथा उन लोगों ने भी किशनगंज पुलिस द्वारा युवक की पिटाई से साफ इनकार किया है. सीकू के परिजनों से सहनुभूति रखती है और विश्वास दिलाती है कि किशनगंज पुलिस ने उसे नहीं पीटा है.
30 मई को भी एक अभ्यर्थी की हुई थी मौत
किशनगंज एसपी राजीव रंजन ने कहा कि इससे पूर्व गत 30 मई को भी फुरसतपुर सारण निवासी अभ्यर्थी सुजीत कुमार पिता बंगाली शर्मा की मौत बीएसएफ जवानों की पिटाई के कारण हो गयी थी. उस वक्त भी स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया था. घटना की सूचना के बाद किशनगंज पहुंचे मृतक के पिता द्वारा स्थानीय थाना में शिकायत दर्ज न कराये जाने के कारण पुलिस चाह कर भी सुजीत को इंसाफ नहीं दिला सकी. किशनगंज एसपी ने बताया कि एक अन्य मामले में छात्र सुजीत के घुटनों व टेहुंनी के साथ शरीर के कई अंगों पर चोट के निशान मौजूद थे. इसके बावजूद पुलिस ने मृत अभ्यर्थी सुजीत के बिसरा को सुरक्षित रख उसे लेबोलेटरी जांच में भेज दिया है.