पटनाः चार घोटाला से जुडे एक मामले में रांची की सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद को जेल भेजे जाने के बाद उनकी पत्नी राबडी देवी के पार्टी का नेतृत्व संभालने की अटकलों के बीच आज राबडी ने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें किसी पद का लालच नहीं है.
पटना में आज मीडिया से बात करते हुए राबडी ने कहा कि उन्हें किसी पद का लालच नहीं है और न ही कोई पद स्वीकार करेंगी. उन्होंने कहा कि जनता को आने वाले 22वंबर का इंतजार है जिस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिवानंद तिवारी और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को लेकर सीबीआई की अदालत चारा घोटाला से जुडे एकमले में सुनवाई करेगी.
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबडी ने कहा कि इन तीनों को क्यों छोडा गया और उस दिन अदालत क्या निर्णय सुनाती है यह हमें और बिहार की जनता को देखना है.