मिली जानकारी के अनुसार एनएचएआइ ने गिट्टी की समस्या से सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्रलय को जानकारी दी है. एनएचएआइ के निर्धारित नियम के अनुसार रेलवे से मिलनेवाले रैक से आनेवाली गिट्टी को लेकर कांट्रैक्टर काम करते हैं. पांच नेशनल हाइवे का निर्माण काम गिट्टी के अभाव में काम की गति धीमी है. सभी नेशनल हाइवे सड़क का निर्माण एनएचएआइ की देखरेख में हो रहा है. गिट्टी नहीं मिलने से सड़क निर्माण का काम कर रहे कांट्रैक्टर ने काम करने से हाथ खड़े कर दिये हैं.
कांट्रैक्टर ने गिट्टी नहीं मिलने की परेशानी से एनएचएआइ के क्षेत्रीय कार्यालय को अवगत कराया है. राज्य में हाजीपुर-मुजफ्फरपुर, हाजीपुर-छपरा, छपरा-गोपालगंज, मुजफ्फरपुर – बरौनी व पीपरा कोठी-रक्सौल एन.एच. का काम हो रहा है. हाजीपुर-छपरा में नब्बे फीसदी जमीन अधिग्रहण होने के बावजूद गिट्टी के अभाव में काम ठप है. पीपरा कोठी-रक्सौल एनएच की स्थिति बदतर है. राज्य सरकार भी केंद्र सरकार को सड़क की दुर्दशा से अवगत करा चुकी है. जितने एनएच सड़क निर्माण हो रहा, इसके लिए महीने में कम से कम 30 रैक गिट्टी की जरूरत है. इसके बदले में मात्र दो रैक गिट्टी मिल रही है. इस वजह से कुछ काम होने के बाद आगे का काम रूकता है. प्रत्येक प्रोजेक्ट को कुछ न कुछ गिट्टी उपलब्ध कराने से काम की गति धीमी है. एक रेल रैक में 40 बोगी होती है. कांट्रैक्टर की मांग है कि अगर 30 रेल रैक उपलब्ध कराया जाये तो काम की गति बने रहने की संभावना है. 30 रैक में 1200 बोगी गिट्टी मिलेगी.