लाला लाजपत राय भवन छज्जुबाग में पंजाबी बरादरी के आम चुनाव में हंगामा हुआ. विरोधी गुट ने चुनाव का बहिष्कार किया और वाक आउट कर गये. चुनाव प्रक्रिया के बीच भवन निर्माण में कार्यकारिणी द्वारा किये गये गबन,बैंक से दो करोड़ का लोन तथा खाता के ऑडिट नहीं होने पर विरोध जाहिर किया गया.
कई बार हाथापाई की भी नौबत आयी. चुनाव में पुलिस तैनात रही. दरअसल लाला लाजपत राय भवन निर्माण में पंजाबी बरादरी की वर्तमान कार्यकारिणी पर भवन निर्माण में लगे एक करोड़ रुपये के घोटाला आरोप के बाद मामला काफी गरम चल रहा है. पिछले माह एडहॉक कमेटी ने कार्यकारिणी के अध्यक्ष आरसी मल्होत्र व महासचिव आलोक तकियार को बरखास्त कर दिया था.
कमेटी ने गांधी मैदान थाने में निर्माण कार्य में एक करोड़ का गबन करने के आरोप में अध्यक्ष, महासचिव तथा पूर्व अध्यक्ष एसके मल्होत्र पर एफआइआर दर्ज करायी है. इस मामले में आरोपितों को नोटिस भेजा गया है. 3 जुलाई को पूछताछ के लिए उन्हें गांधी मैदान थाने बुलाया गया है. दूसरी आपत्ति निबंधन महानिरीक्षक की ओर से की गयी है.
विरोधी गुट का दूसरा आरोप है कि वर्तमान कार्यकारिणी ने बाइलॉज में छेड़छाड़ कर बैंक ऑफ इंडिया की वीरचंद पटेल पथ शाखा से दो करोड़ का लोन ले लिया. लोन लाला लाजपत राय भवन निर्माण के लिए लिया गया है जबकि बाइलॉज में साफ लिखा गया था कि कार्यकारिणी किसी बैंक से लोन नहीं ले सकती है. धन राशि में घोटाला का भी आरोप है. जांच सहायक निबंधन महानिरीक्षक कर रहे हैं. 1 जुलाई को रिपोर्ट आनी है. वहीं दूसरे खेमे ने चुनाव को असंवैधानिक बताया. उनका कहना है कि चुनाव व चुनी गयी कार्यकारिणी के खिलाफ सोमवार को कोर्ट में चुनौती देंगे.
ऑडिट नहीं होने से शुरू हुआ विवाद
रविवार को चुनाव प्रक्रिया के दौरान विवाद खाता के ऑडिट नहीं होने से शुरू हुआ. इसके बाद लोन लेने और घोटाले का मुद्दा गरम हो गया. बिरादरी का एक पक्ष विरोध में उतर गया और चुनाव को असंवैधानिक बताते हुए चुनाव का बहिष्कार कर दिया. इसको लेकर वहां हंगामा व नारेबाजी शुरू हो गयी. इन सबके बीच चुनाव कराया गया. 650 सदस्यों में 74 लोगों ने चुनाव में हिस्सा लिया.
सरदार जसवंत सिंह, अजय कुमार अरोड़ा, कमल किशोर, सरदार कुलवंत सिंह सलूजा,नरेंद्र पाल अरोरा, पीएस चोपड़ा, राज कपूर, आरसी जीत, राकेश गांधी, सुभाष, एससी चावला, आरसी जेटली, सुमित कुमार व एसआर छाबड़ा निर्विरोध रूप से चुने गये.
अध्यक्ष बने गुरु दयाल
पंजाबी बरादरी के खाली पड़े अध्यक्ष पद का चुनाव रविवार को गहमागहमी और हंगामे के बीच संपन्न हुआ. सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक चले चुनावी कार्यक्रम के दौरान पंजाबी समाज के करीब 300 लोग शामिल थे. मतों की गिनती के बाद समाज के सरदार गुरु दयाल सिंह को विजयी घोषित किया गया. गुरु दयाल सिंह अपने प्रतिद्वंद्वी विजय कुमार अरोड़ा को हरा कर अध्यक्ष बने. साथ ही 14 लोगों को कार्यकारिणी का सदस्य चुना गया. समाज के कार्यकर्ता मानस जी ने बताया कि मौके पर पटना के मजिस्ट्रेट अमरेश कुमार भी मौजूद थे.